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BAMS Fake Degree: दून पुलिस के हत्थे चढ़े दो और फर्जी डॉक्टर, 7.5 लाख में ली थी फर्जी डिग्री - उत्तराखंड लेटेस्ट न्यूज

देहरादून पुलिस ने दो और फर्जी डॉक्टरों को गिरफ्तार किया है, जिनके पास भी बीएएमएस (बैचलर ऑफ आयुर्वेद मेडिकल एंड सर्जन) फर्जी डिग्री मिली है. दोनों ही आरोपियों ने इमलाख से ही बीएएमएस की फर्जी डिग्री ली थी. अभी पुलिस की रडार पर कई और फर्जी डॉक्टर हैं.

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Published : Feb 8, 2023, 7:02 PM IST

Updated : Feb 8, 2023, 7:10 PM IST

दून पुलिस के हत्थे चढ़े दो और फर्जी डॉक्टर.

देहरादून: हरिद्वार जिले के भगवानपुर थाना क्षेत्र से देहरादून पुलिस ने दो फर्जी डॉक्टरों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के पास से पुलिस को बीएएमएस (बैचलर ऑफ आयुर्वेद मेडिकल एंड सर्जन) फर्जी डिग्री बरामद हुई है. हालांकि दोनों डॉक्टर वर्तमान में प्रैक्टिस नहीं कर रहे थे. देहरादून पुलिस बीएएमएस फर्जी डिग्री मामले में 14 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी हैं.

दरअसल, बीते जब बीएएमएस की फर्जी देने वाले गिरोह का पता चला तो देहरादून एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने मामले की तह तक जाने के लिए पर एसपी क्राइम के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया. इस मामले में नेहरू कॉलोनी थाना पुलिस शामिल है. बीते दिनों पुलिस ने इस गिरोह के मास्टमाइंड इमलाख को राजस्थान से गिरफ्तार किया था. पुलिस इमलाख से लगातार पूछताछ कर रही है और फर्जी डॉक्टरों की धरपकड़ में लगी हुई है. इसी बीच नेहरू कॉलोनी थाना पुलिस को दो और फर्जी डॉक्टरों के बारे में जानकारी मिली, जिन्हें पुलिस ने आठ फरवरी को भगवानपुर से गिरफ्तार किया.
पढ़ें- BAMS Fake Degree: टिहरी से एक और फर्जी डॉक्टर गिरफ्तार, 1200 फर्जी दस्तावेज और डिग्रियां बरामद

पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम अशफाक और ज्योति है. दोनों हरिद्वार जिले के भगवानपुर थाना क्षेत्र के ही रहने वाले हैं. पुलिस के अनुसार अशफाक ने इमलाख को बीएएमएस की डिग्री के लिए करीब सात लाख रुपए दिए थे, वहीं ज्योति ने इमलाख को 50 हजार रुपए दिए थे. पुलिस के मुताबिक फिलहाल दोनों आरोपी अपने क्षेत्र में किसी भी तरह की प्रैक्टिस नहीं कर रहे हैं. हालांकि वो सरकारी नौकरियों के आवेदन जरूर कर रहे हैं.

एसएसपी दिलीप सिंह कुंवर ने बताता कि पूछताछ में आरोपी ज्योति ने पुलिस को कहा कि वो सहारनपुर जिले के छुटमलपुर में स्थित कृष्णा कालेज में रिसेप्शनिस्ट का कार्य करती थी. वहीं पर उसकी मुलाकात इमलाख से हुई. ज्योति ने पुलिस को जो बताया उसके मुताबिक इमलाख ने उसे ऑफर दिया था, वो ऐसे लोगों को लेकर जो फर्जी डिग्री बनवा चाहता हो, उसके बदले इमलाख ने 50 हजार रुपए में ज्योति की 12वीं की फर्जी मार्कशीट डिग्री बनवाई थी. इसके बाद साल 2017 में इमलाख ने उसके बीएएमएस की डिग्री उपलब्ध कराई थी.

पढ़ें- BAMS Fake Degree Case: ₹25 हजार का इनामी बाबा ग्रुप ऑफ कॉलेज का चेयरमैन अरेस्ट, कई विश्वविद्यालयों की फर्जी डिग्रियां मिली

वहीं, अशफाक ने पुलिस को बताया कि उसने पूर्व में डीयूएमएस का कोर्स किया था, इसके बाद उसकी मुलाकात अपने एक दोस्त के माध्यम से रुड़की में इमलाख से हुई, जहां इमलाख ने सात लाख रुपए लेकर उसे बीएएमएस की डिग्री उपलब्ध करायी गयी थी और उसका पंजीकरण भी भारतीय चिकित्सा परिषद में करवाया गया था.

बता दें कि बीते दिनों जब पुलिस ने इमलाख को गिरफ्तार किया था, तब पुलिस ने उसके पास से करीब 1200 फर्जी दस्तावेज बरामद किए हैं. तभी से पुलिस एक-एक कड़ी खोलकर पूरे मामले की तह तक जा रही है. पुलिस की रडार पर अभी कई और फर्जी डॉक्टर है, जिनकी जल्द गिरफ्तारी होने की उम्मीद है.

दून पुलिस के हत्थे चढ़े दो और फर्जी डॉक्टर.

देहरादून: हरिद्वार जिले के भगवानपुर थाना क्षेत्र से देहरादून पुलिस ने दो फर्जी डॉक्टरों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के पास से पुलिस को बीएएमएस (बैचलर ऑफ आयुर्वेद मेडिकल एंड सर्जन) फर्जी डिग्री बरामद हुई है. हालांकि दोनों डॉक्टर वर्तमान में प्रैक्टिस नहीं कर रहे थे. देहरादून पुलिस बीएएमएस फर्जी डिग्री मामले में 14 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी हैं.

दरअसल, बीते जब बीएएमएस की फर्जी देने वाले गिरोह का पता चला तो देहरादून एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने मामले की तह तक जाने के लिए पर एसपी क्राइम के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया. इस मामले में नेहरू कॉलोनी थाना पुलिस शामिल है. बीते दिनों पुलिस ने इस गिरोह के मास्टमाइंड इमलाख को राजस्थान से गिरफ्तार किया था. पुलिस इमलाख से लगातार पूछताछ कर रही है और फर्जी डॉक्टरों की धरपकड़ में लगी हुई है. इसी बीच नेहरू कॉलोनी थाना पुलिस को दो और फर्जी डॉक्टरों के बारे में जानकारी मिली, जिन्हें पुलिस ने आठ फरवरी को भगवानपुर से गिरफ्तार किया.
पढ़ें- BAMS Fake Degree: टिहरी से एक और फर्जी डॉक्टर गिरफ्तार, 1200 फर्जी दस्तावेज और डिग्रियां बरामद

पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम अशफाक और ज्योति है. दोनों हरिद्वार जिले के भगवानपुर थाना क्षेत्र के ही रहने वाले हैं. पुलिस के अनुसार अशफाक ने इमलाख को बीएएमएस की डिग्री के लिए करीब सात लाख रुपए दिए थे, वहीं ज्योति ने इमलाख को 50 हजार रुपए दिए थे. पुलिस के मुताबिक फिलहाल दोनों आरोपी अपने क्षेत्र में किसी भी तरह की प्रैक्टिस नहीं कर रहे हैं. हालांकि वो सरकारी नौकरियों के आवेदन जरूर कर रहे हैं.

एसएसपी दिलीप सिंह कुंवर ने बताता कि पूछताछ में आरोपी ज्योति ने पुलिस को कहा कि वो सहारनपुर जिले के छुटमलपुर में स्थित कृष्णा कालेज में रिसेप्शनिस्ट का कार्य करती थी. वहीं पर उसकी मुलाकात इमलाख से हुई. ज्योति ने पुलिस को जो बताया उसके मुताबिक इमलाख ने उसे ऑफर दिया था, वो ऐसे लोगों को लेकर जो फर्जी डिग्री बनवा चाहता हो, उसके बदले इमलाख ने 50 हजार रुपए में ज्योति की 12वीं की फर्जी मार्कशीट डिग्री बनवाई थी. इसके बाद साल 2017 में इमलाख ने उसके बीएएमएस की डिग्री उपलब्ध कराई थी.

पढ़ें- BAMS Fake Degree Case: ₹25 हजार का इनामी बाबा ग्रुप ऑफ कॉलेज का चेयरमैन अरेस्ट, कई विश्वविद्यालयों की फर्जी डिग्रियां मिली

वहीं, अशफाक ने पुलिस को बताया कि उसने पूर्व में डीयूएमएस का कोर्स किया था, इसके बाद उसकी मुलाकात अपने एक दोस्त के माध्यम से रुड़की में इमलाख से हुई, जहां इमलाख ने सात लाख रुपए लेकर उसे बीएएमएस की डिग्री उपलब्ध करायी गयी थी और उसका पंजीकरण भी भारतीय चिकित्सा परिषद में करवाया गया था.

बता दें कि बीते दिनों जब पुलिस ने इमलाख को गिरफ्तार किया था, तब पुलिस ने उसके पास से करीब 1200 फर्जी दस्तावेज बरामद किए हैं. तभी से पुलिस एक-एक कड़ी खोलकर पूरे मामले की तह तक जा रही है. पुलिस की रडार पर अभी कई और फर्जी डॉक्टर है, जिनकी जल्द गिरफ्तारी होने की उम्मीद है.

Last Updated : Feb 8, 2023, 7:10 PM IST
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