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मलिन बस्तियों से वसूला जाएगा हाउस टैक्स, आचार संहिता हटने के बाद होगा अंतिम फैसला - slum basti of dehradun

देहरादून की मलिन बस्तियों में लगेगा हाउस टैक्स. आचार संहिता हटते ही तैयार होगी खाका.

देहरादून नगर निगम.
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Published : May 22, 2019, 3:22 PM IST

देहरादून: नगर निगम अब मलिन बस्तियों से हाउस टैक्स लेने की तैयारी में है. आचार संहिता हटते ही बोर्ड बैठक कर मलिन बस्तियों से टैक्स वसूलने को लेकर अंतिम फैसला लेगा. निगम बिजली, पानी, सड़क, सीवर जैसी मूलभूत सुविधाएं लेने वाली सभी मलिन बस्तियों को टैक्स के दायरे में लाने की तैयारी कर रहा है.

नगर आयुक्त विनय शंकर पांडे.

मेयर सुनील उनियाल गामा की अध्यक्षता में हुई बैठक में आचार सहिंता के बाद मलिन बस्तियों से टैक्स वसूलने का फैसला लिया गया. नगर आयुक्त विनय शंकर पांडे ने बताया कि मेयर सुनील उनियाल गामा की अध्यक्षता में निगम अधिकारियों के साथ एक बैठक आयोजित की गई थी, जिसमें निर्णय लिया गया कि मलिन बस्तियों से हाउस टैक्स लिया जाएगा.

पढ़ें- 'सरकार' से कर वसूलने की तैयारी में दून नगर निगम, 65 से 70 करोड़ रुपये रेवेन्यू का लक्ष्य

वहीं, नगर आयुक्त ने यह भी साफ कहा कि मलिन बस्ती के लोगों में भ्रम है कि वो हाउस टैक्स दे रहे हैं तो वो उस घर के मालिक हैं. उन्होंने बताया कि हाउस टैक्स देना स्वामित्व का प्रमाण नहीं है. इससे मालिकाना हक साबित नहीं होता है.

बता दें कि देहरादून में 129 मलिन बस्तियों के करीब 40 हजार मकानों से हाउस टैक्स वसूलने का काम 2018 में शुरू किया गया था. इसके लिए मलिन बस्तियों में टैक्स वसूलने के लिए कैंप भी लगाए गए थे. लेकिन, नगर निकाय चुनाव के दौरान और फिर लोकसभा चुनाव के चलते मलिन बस्तियों से टैक्स लेना बंद कर दिया गया था.

देहरादून: नगर निगम अब मलिन बस्तियों से हाउस टैक्स लेने की तैयारी में है. आचार संहिता हटते ही बोर्ड बैठक कर मलिन बस्तियों से टैक्स वसूलने को लेकर अंतिम फैसला लेगा. निगम बिजली, पानी, सड़क, सीवर जैसी मूलभूत सुविधाएं लेने वाली सभी मलिन बस्तियों को टैक्स के दायरे में लाने की तैयारी कर रहा है.

नगर आयुक्त विनय शंकर पांडे.

मेयर सुनील उनियाल गामा की अध्यक्षता में हुई बैठक में आचार सहिंता के बाद मलिन बस्तियों से टैक्स वसूलने का फैसला लिया गया. नगर आयुक्त विनय शंकर पांडे ने बताया कि मेयर सुनील उनियाल गामा की अध्यक्षता में निगम अधिकारियों के साथ एक बैठक आयोजित की गई थी, जिसमें निर्णय लिया गया कि मलिन बस्तियों से हाउस टैक्स लिया जाएगा.

पढ़ें- 'सरकार' से कर वसूलने की तैयारी में दून नगर निगम, 65 से 70 करोड़ रुपये रेवेन्यू का लक्ष्य

वहीं, नगर आयुक्त ने यह भी साफ कहा कि मलिन बस्ती के लोगों में भ्रम है कि वो हाउस टैक्स दे रहे हैं तो वो उस घर के मालिक हैं. उन्होंने बताया कि हाउस टैक्स देना स्वामित्व का प्रमाण नहीं है. इससे मालिकाना हक साबित नहीं होता है.

बता दें कि देहरादून में 129 मलिन बस्तियों के करीब 40 हजार मकानों से हाउस टैक्स वसूलने का काम 2018 में शुरू किया गया था. इसके लिए मलिन बस्तियों में टैक्स वसूलने के लिए कैंप भी लगाए गए थे. लेकिन, नगर निकाय चुनाव के दौरान और फिर लोकसभा चुनाव के चलते मलिन बस्तियों से टैक्स लेना बंद कर दिया गया था.

Intro:देहरादून नगर निगम अब मलिन बस्तियों पर हाउस टैक्स दोबारा लगाने जा रहा है।लेकिन कुछ कारणों से नगर निगम ने मलिन बस्तियों से टैक्स लेना बंद कर दिया था।नगर निगम ने पिछले साल टैक्स वसूलने के लिए मलिन बस्तियों में कैम्प लागये थे।टैक्स लगने के बाद इन बस्तियों में जहा नगर निगम की ओर से मूलभूत सुविधाएं मिलने लगेगी।वहीं मलिन बस्ती में निवास करने वाले लोगों को अपने प्रमाण पत्र बनवाने में भी आसानी हो जाएगी।


Body: देहरादून में 129 मलिन बस्तियों के करीब 40 हज़ार मकानों से हाउस टैक्स वसूलने का काम 2018 मे शुरू किया गया था।जिसके लिए मलिन बस्तियों में टैक्स वसूलने के लिए कैम्प भी लगाए गए थे।लेकिन नगर निकाय चुनाव के दौरान ओर फिर लोकसभा चुनाव के चलते मलिन बस्तियों से टैक्स लेना बंद कर दिया गया था।ओर वर्तमान मेयर की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद दोबारा से आचार सहिंता के बाद नगर निगम मलिन बस्तियों में कैम्प लगाकर टैक्स वसूलने का काम करेगा।मलिन बस्तियों से हाउस टैक्स लेने पर करोड़ो रुपए का राजस्व नगर निगम को मिलेगा।


Conclusion:नगर आयुक्त विनय शंकर पांडे ने बताया कि मेयर सुनील उनियाल गामा की अध्यक्षता में निगम अधिकारियों के साथ एक बैठक आयोजित की गई थी।जिसमें निर्णय लिया गया कि मलिन बस्तियों से हाउस टैक्स लिए जाने की कवायद शुरू की जाए। वहीं नगर आयुक्त ने यह भी साफ कह दिया है कि मलिन बस्ती में निवास करने वालों को इस बात का भ्रम है कि यदि वह हाउस टैक्स दे रहे है तो वे उस स्थान के स्वामी है।लेकिन यह बात गलत है क्योंकि जिस जगह में रह रहे हैं और नगर निगम से मिलने वाली सेवा ले रहे हैं जो नगर निगम द्वारा उसका टैक्स से लिया जा रहा है।

बाइट-विनय शंकर पांडे(नगर आयुक्त)
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