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डिजिटल लॉकर में जमा होंगे हाउस टैक्स और म्यूटेशन रिकॉर्ड, घर बैठे ले सकेंगे जानकारी

देहरादून नगर निगम हाईटेक होने जा रहा है. अब नगर निगम 60 वार्डो में ऑनलाइन भवन कर के रिकॉर्ड को डिजिटल लॉकर में सेव करने जा रहा है. डीजी लॉकर के जरिए दस्तावेजों को घर बैठे देखा जा सकेगा.

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Published : Aug 26, 2019, 6:16 PM IST

देहरादूनः दून नगर निगम अब डिजिटल होने जा रहा है. नगर निगम ने शहर के 60 वार्डों में ऑनलाइन भवन टैक्स का रिकॉर्ड रखना शुरू कर दिया है. इसके तहत बीते कई सालों से जमा हुए भवनों के म्यूटेशन और भवनों के टैक्स के रिकॉर्ड को डिजिटल लॉकर में डाला जा रहा है. इस सुविधा से लोग अब घर बैठे ही हाउस टैक्स और म्यूटेशन से जुड़े दस्तावेजों को ऑनलाइन निकाल सकते हैं. वहीं, इस सुविधा को अमलीजामा पहनाने के लिए नगर निगम तैयारियों में जुट गया है.

डिजिटल लॉकर में जमा होंगे मकानों के टैक्स और म्यूटेशन रिकॉर्ड.

बता दें कि, देहरादून नगर निगम शहर के 60 वार्डो में ऑनलाइन भवन कर के रिकॉर्ड को डिजिटल लॉकर में सेव करने जा रहा है. निगम के रिकॉर्ड में टैक्स और म्यूटेशन के 1980 तक के पुराने मामले भी दर्ज हैं. कभी-कभी लोगों को इसकी जरूरत पड़ जाती है. ऐसे में रिकॉर्ड डिजिटल हो जाने से घर से ही दस्तावेज निकालने के साथ ही जानकारी ले सकते हैं. फिलहाल म्यूटेनशन से जुड़ी फाइल रिकॉर्ड रूम में रखी गई है.

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नगर निगम इन म्यूटेशन की कॉपी समेत इससे जुड़े दस्तावेज वेबसाइट पर अपलोड करेगा. इसके लिए निगम ने डेढ़ लाख रुपये की मशीन भी खरीद ली है. वहीं, नगर निगम ने हाउस टैक्स धारकों को एक आईडी नंबर भी जारी किया है, जो टैक्स जमा करने में मिलने वाली पर्ची में अंकित है. डीजी लॉकर के जरिए से दस्तावेजों को घर बैठे देखा जा सकेगा.

साथ ही म्यूटेशन कराने में वसीयत, रजिस्ट्री से लेकर दस्तावेज जमा कराने, मकान बेचने और किसी कागज के खोने की स्थिति में डिजिटल लॉकर के जरिए उसे हासिल किया जा सकता है. इतना ही नहीं किसी को हाउस टैक्स के सालों का रिकार्ड देखना हो तो वो भी डिजिटल लॉकर के जरिए देख सकता है.

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नगर आयुक्त विनय शंकर पांडे ने बताया कि पासपोर्ट ऑफिस, सीबीएससी और आईएसई बोर्ड में डीजी लॉकर का सिस्टम रखते हैं. इसमें सभी रिकॉर्ड डिजिटलाइज होने के साथ सभी को एक पासवर्ड भी दिया जाता है. डीजी लॉकर के जरिये आप अपने सभी पुराने रिकॉर्ड देख सकते हैं. अब नगर निगम ने भी डीजी लॉकर पर काम करना शुरू कर दिया है. इसे लेकर विशेषज्ञों से बात की जा रही है.

देहरादूनः दून नगर निगम अब डिजिटल होने जा रहा है. नगर निगम ने शहर के 60 वार्डों में ऑनलाइन भवन टैक्स का रिकॉर्ड रखना शुरू कर दिया है. इसके तहत बीते कई सालों से जमा हुए भवनों के म्यूटेशन और भवनों के टैक्स के रिकॉर्ड को डिजिटल लॉकर में डाला जा रहा है. इस सुविधा से लोग अब घर बैठे ही हाउस टैक्स और म्यूटेशन से जुड़े दस्तावेजों को ऑनलाइन निकाल सकते हैं. वहीं, इस सुविधा को अमलीजामा पहनाने के लिए नगर निगम तैयारियों में जुट गया है.

डिजिटल लॉकर में जमा होंगे मकानों के टैक्स और म्यूटेशन रिकॉर्ड.

बता दें कि, देहरादून नगर निगम शहर के 60 वार्डो में ऑनलाइन भवन कर के रिकॉर्ड को डिजिटल लॉकर में सेव करने जा रहा है. निगम के रिकॉर्ड में टैक्स और म्यूटेशन के 1980 तक के पुराने मामले भी दर्ज हैं. कभी-कभी लोगों को इसकी जरूरत पड़ जाती है. ऐसे में रिकॉर्ड डिजिटल हो जाने से घर से ही दस्तावेज निकालने के साथ ही जानकारी ले सकते हैं. फिलहाल म्यूटेनशन से जुड़ी फाइल रिकॉर्ड रूम में रखी गई है.

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नगर निगम इन म्यूटेशन की कॉपी समेत इससे जुड़े दस्तावेज वेबसाइट पर अपलोड करेगा. इसके लिए निगम ने डेढ़ लाख रुपये की मशीन भी खरीद ली है. वहीं, नगर निगम ने हाउस टैक्स धारकों को एक आईडी नंबर भी जारी किया है, जो टैक्स जमा करने में मिलने वाली पर्ची में अंकित है. डीजी लॉकर के जरिए से दस्तावेजों को घर बैठे देखा जा सकेगा.

साथ ही म्यूटेशन कराने में वसीयत, रजिस्ट्री से लेकर दस्तावेज जमा कराने, मकान बेचने और किसी कागज के खोने की स्थिति में डिजिटल लॉकर के जरिए उसे हासिल किया जा सकता है. इतना ही नहीं किसी को हाउस टैक्स के सालों का रिकार्ड देखना हो तो वो भी डिजिटल लॉकर के जरिए देख सकता है.

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नगर आयुक्त विनय शंकर पांडे ने बताया कि पासपोर्ट ऑफिस, सीबीएससी और आईएसई बोर्ड में डीजी लॉकर का सिस्टम रखते हैं. इसमें सभी रिकॉर्ड डिजिटलाइज होने के साथ सभी को एक पासवर्ड भी दिया जाता है. डीजी लॉकर के जरिये आप अपने सभी पुराने रिकॉर्ड देख सकते हैं. अब नगर निगम ने भी डीजी लॉकर पर काम करना शुरू कर दिया है. इसे लेकर विशेषज्ञों से बात की जा रही है.

Intro:नगर निगम ने शहर के 60 वार्डो में ऑनलाइन भवन कर शुरू कर दिया है,और अब नगर निगम में सालों से हुए भवनों के म्यूटेशन और जमा भवन कर के रिकार्ड का नगर निगम डिजिटल लॉकर तैयार करने जा रहा है!इस सुविधा से लोग घर बैठे भवन कर व म्यूटेशन से जुड़े दस्तावेजों को ऑनलाइन निकाल सकते है,इस सुविधा को अम्ल में लाने के लिए नगर निगम तैयारी में जुट गया गया है!और म्यूटेशन के 1980 तक के पुराने मामले जो कि निगम के रिकार्ड में दर्ज हैं, कभी कभार लोगों को इसकी जरूरत पड़ जाती है तो रिकार्ड डिजिटल लॉकर में घर बैठे लिया जा सकेगा। Body:फिलहाल म्यूटेनशन से जुड़ी फाइल रिकार्ड रूम में है और नगर निगम चाहता है कि भवन कर से लेकर म्यूटेशन के रिकार्ड का डिजिटल लॉकर बन जाए। अगर ऐसा हुआ तो सबसे ज्यादा फायदा उन लोगों को होगा, जिन्होंने बीते सालों में निगम में म्यूटेशन कराए हैं।म्यूटेशन की कॉपी समेत इससे जुड़े दस्तावेज निगम वेबसाइड में अपलोड कर देगा। इसके लिए निगम ने डेढ़ लाख रुपये की मशीन भी खरीद ली है। वहीं नगर निगम ने हाउस टैक्स धारकों को एक आईडी नंबर जारी किया हुआ है जो कि टैक्स जमा करने में मिलने वाली पर्ची में अंकित है।डीजी लॉकर के जरिए से दस्तावेजों को घर बैठे देखा जा सकेगा।साथ ही अगर किसी ने म्यूटेशन कराने में वसीयत,रजिस्ट्री से लेकर दस्तावेज जमा किये और किसी भी स्थिति में लोगो को मकान बेचना पड़ जाए तो ऐसे में अगर कोई कागज खो जाए तो डिजिटल लॉकर के जरिए उसे प्राप्त किया जा सकता है,वहीं किसी को हाउस टैक्स का सालों का रिकार्ड देखना होगा तो वह भी डिजिटल लॉकर में आ जाएगा।Conclusion:नगर आयुक्त विनय शंकर पांडे ने जानकारी देते हुए बताया कि पासपोर्ट आफिस,सीबीएससी ओर आईएसई बोर्ड में डीजी लॉकर का सिस्टम रखते है,ओर इसमें सभी रिकॉर्ड डिजिटलाइज होता है सभी के पासवर्ड दिया जाता है।जब भी आपको पुराने रिकॉर्ड देखने होते है डीजी लॉकर के जरिये आप अपने सभी पुराने रिकॉर्ड देख सकते है।इसी तरह अब नगर निगम भी डीजी लॉकर पर काम करना शुरू कर रहे है।और इसमें हम विशेषज्ञ से बात चल रही है जल्द ही यह सुविधा शुरू कर देंगे।

बाइट-विनय शंकर पांडे(नगर आयुक्त)
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