देहरादून: राजधानी देहरादून में राजस्व विभाग के अधिकारियों की बड़ी लापरवाही देखने को मिली है. आबकारी विभाग ने पॉलिसी प्रावधानों के विपरीत पटेल नगर में नौ करोड़ की बंद दुकान के सामने ही आईएसबीटी की तीन करोड़ के राजस्व की दुकान खुलवा दी. इस मामले में कुछ लोगों ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया. कोर्ट के आदेश के बाद जिलाधिकारी ने मामले की जांच शुरू कर दी है. इस मामले में जिलाधिकारी ने डीडीसीए की राय मांगी है.
राज्य सरकार प्रदेश में शराब से राजस्व बढ़ाने के प्रयास में लगी है. वहीं, आबकारी विभाग के अधिकारी राजस्व को पलीता लगाने में लगे हुए हैं. आबकारी विभाग ने पॉलिसी के प्रावधानों के विपरीत पटेल नगर में नौ करोड़ की बंद दुकान के सामने ही आईएसबीटी की तीन करोड़ के राजस्व की दुकान खुलवा दी. मामला मीडिया में आने के बाद विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है.
बता दें, आईएसबीटी क्षेत्र के देशी शराब की दुकान का काफी दिनों तक आवंटन नहीं होने के कारण आबकारी विभाग ने दो हिस्सों में तोड़कर दो लोगों को आवंटित दिया, जिसमें से विभाग ने एक दुकान आईएसबीटी से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर ले जाकर पटेल नगर क्षेत्र में तीन करोड़ वाली राजस्व की दुकान खोल दी गई, लेकिन पटेल में स्थित दुकान पहले से नौ करोड़ के राजस्व वाली दुकान बंद है.
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इस मामल में कुछ लोगों ने हाईकोर्ट की शरण ली. उनका कहना है कि पॉलिसी के तहत दुकान डेढ़ किलोमीटर दूर नहीं खुल सकती. क्योंकि पॉलिसी में आवंटित दुकान उसी लोकेशन में खोले जाने का प्रावधान है. जिसके बाद कोर्ट ने मामले की डीएम स्तर की जांच के आदेश दिए हैं. जिस पर जिलाधिकारी ने मामले की जांच शुरू कर दी है.