देहरादून: विश्व के कई देशों के साथ-साथ भारत में दस्तक दे चुके इस कोरोना वायरस को रोकने का सरकार लगातार प्रयास कर रही है. वहीं कोरोना मरीजों की जिम्मेदारी जिन डॉक्टरों पर है वह दिन रात इनकी जान बचाने के लिए जी जान से जुटे हुए हैं. इतना ही नहीं धरती का भगवान कहे जाने वाले ये डॉक्टर कोरोना मरीजों के इलाज के लिए अपने घर तक को छोड़ दिया है.
राजधानी देहरादून में भी कोरोना पीड़ितों का इलाज लगातार चल रहा है. संदिग्धों के इलाज में लगे डॉक्टर और नर्सों की ड्यूटी लगातार 24-24 घंटे की चल रही है. उन्हीं में से एक डॉक्टर हैं एनएस बिष्ट.
देहरादून के वरिष्ठ फिजीशियन हैं, जो फिलहाल अपनी सेवाएं कोरोनेशन अस्पताल में दे रहे हैं. डॉक्टर बिष्ट के जज्बे को हर कोई सलाम कर रहा है. क्योंकि जिस दिन से देहरादून में कोरोना संदिग्धों और संक्रमित मरीजों का इलाज चल रहा है. उस दिन से डॉक्टर एनएस बिष्ट ने अपना घर छोड़ दिया है.
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डॉक्टर एनएस बिष्ट अपने पूरे स्टाफ के साथ अस्पताल के ही एक कमरे में पिछले 4 दिनों से रह रहे हैं. एनएस बिष्ट और उनकी टीम कोरोनेशन अस्पताल में 17 संदिग्ध मरीजों की निगरानी और उनका इलाज कर रही है. इस दौरान वह अपने परिवार से वीडियो कॉलिंग के जरिए संपर्क में हैं. फिलहाल वह किसी से मिल नहीं रहे हैं. एमएस बिष्ट की तरह ही और कई डॉक्टर अपना घर-बार छोड़कर कोरोना पेशेंट को बचाने में लगे हुए हैं.