देहरादून: शहर में स्मार्ट सिटी योजना के निर्माण के तहत आम जनता को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि यदि किसी स्थान पर भरान कार्य की गुणवत्ता खराब और अनावश्यक रूप से मलबा पाया जाता है तो संबंधित संस्था के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
स्मार्ट सिटी परियोजना के अंतर्गत ठेकेदारों द्वारा सड़क खुदाई के बाद आधे-अधूरे छोड़े जा रहे कार्यों के कारण दुर्घटना की संभावना बनी हुई है. निर्माणाधीन कार्यस्थलों पर भरान कार्य की गुणवत्ता संतोषजनक न होने तथा मलबा अव्यवस्थित रूप से फैले होने से आम जनमानस को असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है. कई लोग दुर्घटना में गंभीर रूप से चोटिल भी हुए हैं, जिसको लेकर स्थानीय स्तर पर जनमानस में भारी आक्रोश देखने को मिला है.
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जिलाधिकारी आर राजेश कुमार ने बताया कि सभी विभागीय और स्मार्ट सिटी परियोजना के संबंधित कार्यदायी संस्थाओं और ठेकेदारों को आदेश दिया है कि सड़क खुदाई कार्य के दौरान भरान कार्य की उच्च गुणवत्ता के साथ-साथ बचे हुए मलबे का भी तत्काल निस्तारण करें. साथ ही स्पष्ट किया कि यदि किसी स्थान पर भरान कार्य की गुणवत्ता खराब व अनावश्यक रूप से मलबा पाया जाता है तो संबंधित के खिलाफ अधिनियमों के अतंर्गत कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. जिसके लिए अधिशासी अभियंता, लोनिवि, पेयजल निगम, जल संस्थान, सिंचाई, लघु सिंचाई, पीएमजीएसवाई और राष्ट्रीय राजमार्ग सहित मुख्य महाप्रबंधक (तकनीकी) देहरादून स्मार्ट सिटी लिमिटेड को आदेशों का पालन करवाने के निर्देश दिए.