देहरादून: उत्तराखंड में कोरोना का कहर जारी है. राज्य सरकार ने कोरोना की रोकथाम के लिए प्रदेशभर में कोरोना कर्फ्यू लगाया है. कोरोना से बचाव के लिए शासन-प्रशासन हर संभव प्रयास कर रहा है और लोगों को बेहतर सेवाएं देने का काम कर रहा है. कोरोना कर्फ्यू में जिला प्रशासन डोर टू डोर डिलीवरी की व्यवस्था बनाने में जुटा हुआ है.
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वहीं, देहरादून जिले में कोरोना टेस्टिंग की अधिक से अधिक संख्या को लेकर स्वास्थ्य केंद्रों और पैथोलॉजी संस्थानों की कार्रवाई तेज कर दी गई है. वर्तमान समय में देहरादून जिले में प्रतिदिन 10,000 से अधिक कोरोना टेस्टिंग की जा रही हैं. हालांकि पहले के मुकाबले कोरोना कर्फ्यू के चलते पॉजिटिव केस में कुछ कमी जरूर देखी की जा रही है, लेकिन पूरे राज्य के आंकड़े की बात करें तो रफ्तार अभी थमती नहीं दिख रही है. ऐसे में सरकारी और गैर सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर करने के साथ ही ऑक्सीजन बेड्स और आईसीयू जैसे उपचार व्यवस्थाओं में लगातार सुधार का प्रयास जारी है.
18 साल से अधिक वैक्सीनेशन अभियान पर जोर: डीएम
Jambo site पर चलने वाले इस वैक्सीनेशन को लेकर देहरादून जिला अधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव के मुताबिक नगर निगम क्षेत्रों से लेकर के ग्रामीण इलाकों, विकासनगर, सहसपुर, चकराता, कैंट क्षेत्र, मसूरी, ऋषिकेश और डोईवाला जैसे तमाम हिस्सों में कोरोना वैक्सीन की ड्राइव तेजी से आगे बढ़ाई जा रही है. बीते रोज की बात करें तो 18 साल से अधिक उम्र के 95% लोगों ने वैक्सीन लगवाई है. वहीं केंद्र सरकार से वैक्सीन के संबंध में देहरादून जिलाधिकारी श्रीवास्तव ने बताया कि लगातार आवश्यकता मुताबिक अभी तक केंद्र सरकार से पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन मिल रही है. हालांकि आने वाले दिनों में 18 साल से अधिक के लोगों के वैक्सीनेशन में तेजी आने पर क्या स्थिति रहेगी, इसको लेकर भी सरकार को अवगत कराया जाएगा.