देहरादून: बेंगलुरू में आज दुर्घटनाग्रस्त हुये वायुसेना के लड़ाकू विमान मिराज-2000 में मौजूद 2 पायलटों की मौत हो गई थी, जिसमें से एक पायलट सिद्धार्थ नेगी देहरादून के रहने वाले थे. बताया जा रहा है कि आज के ही दिन सिद्धार्थ का जन्मदिन भी था. पायलेट सिद्धार्थ नेगी की पत्नी भी एयरफोर्स में देश की सेवा कर रही हैं.
मिराज-2000 विमान हादसे में मृत पायलट सिद्धार्थ नेगी का पूरा परिवार देहरादून स्थित पंडितवाड़ी में रहते हैं. जानकारी के अनुसार, सिद्धार्थ ने बारहवीं कक्षा तक की पढ़ाई गढ़ी कैंट स्थित Seven Oaks School से की है. इनके पिता बलवीर सिंह नेगी सीबीसीआईडी से रिटायर होकर फिलहाल देहरादून स्थित एक यूनिवर्सिटी में प्रशासनिक अधिकारी के रूप कार्यरत हैं. बताया जा रहा है कि सिद्धार्थ की शादी ढाई साल पहले हुई थी और उनकी पत्नी भी एयरफोर्स में कार्यरत हैं. इस हादसे के बाद सिद्धार्थ के माता-पिता परिजनों सहित बेंगलुरू पहुंच चुके हैं.
कैसे हुआ हादसा?
वायुसेना के मिराज-2000 लड़ाकू विमान ने बेंगलुरु स्थित एचएएल (हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिलटेड) की हवाई पट्टी से उड़ान भरी थी. लेकिन उड़ान भरने के लिए कुछ ही समय बाद सुबह करीब 10.30 पर यह दुर्घटनाग्रस्त हो गया. जिसमें दो पायलटों की मौत हो गई. पायलटों की पहचान स्क्वाड्रन लीडर सिद्धार्थ नेगी और स्क्वाड्रन लीडर समीर अबरोल के रूप में हुई है.
क्या है मिराज-2000 लड़ाकू विमान?
ये फ्रांस से निर्मित लड़ाकू विमान हैं. एचएएल में इन्हें और उन्नत करने का काम किया जा रहा है. वायु सेना में इन्हें 1985 में शामिल किया गया था. बता दें कि मिराज विमानों ने करगिल युद्ध में पाकिस्तानी घुसपैठियों के खिलाफ जोरदार हमला किया था. इन्हीं विमानों पर परमाणु हथियारों को दुश्मन के क्षेत्र में गिराने की जिम्मेदारी भी है.
पिछले 5 दिनों में ये दूसरा विमान हादसा है. इससे पहले उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में सोमवार को वायुसेना का लड़ाकू विमान जगुआर क्रैश हो गया था.