देहरादून: होली का त्योहार नजदीक है. ऐसे में खाद्य सुरक्षा विभाग ने कमर कस ली है. विभाग ने 15 दिन का चेकिग अभियान शुरू कर दिया है. देहरादून जनपद में फूड सेफ्टी के लिए टीम बनाई गई है, जो तमाम खाद्य सामग्रियों की जांच करेगी. इसी के साथ बाहर से आने वाले खाद्य वस्तुओं की सैंपल लेगी, जिसके मिलवाट का सामान बाहर से भी न आ सके.
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त्योहार का सीजन आते ही मिलावट करने वाले भी सक्रिय हो जाते हैं. इस दौरान खाने-पीने की वस्तुओं की डिमांड बढ़ जाती है. जिसको देखते हुए कुछ लोग बाजार में मिठाई बनाने के साथ-साथ नकली मावा और सिंथेटिक रंगों का प्रयोग भी खुलेआम करते हैं, जो लोगों के स्वास्थ्य के लिए घातक साबित होता है. खाद्य विभाग के चौकन्ने रहने से मिलावटखोरों पर कुछ लगाम लग सकती है.
इसलिए खाद्य सुरक्षा विभाग ने अपनी कमर कस ली है, ताकि मिलावटखोर त्योहार पर लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ नहीं कर सकें. विभागीय अधिकारियों के मुताबिक खाद्य सामग्रियों की जांच के लिए 6 टीमों का गठन किया गया है. ये टीम दुकानों में बिकने वाली खाद्य सामग्री और बाहर से मंगाए गए मावा, मिठाइयां आदि पदार्थों के सैंपल लेगी. इसके अलावा देहरादून से जुड़ने वाले बॉर्डर हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश से भारी मात्रा में मावा आता है, जहां टीमें बैरियर्स लगाकर लगातार पदार्थों की चेकिंग करेगी.
जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी जीसी कंडवाल का कहना है कि 15 दिनों तक शहर की सभी दुकानों पर खाद्य सामग्री की चेकिंग होगी. इसके साथ ही वहां काम करने वाले वर्करों के मेडिकल फिटनेस का भी ध्यान रखा जाएगा. सभी खाद्य कर्मचारियों को सैम्पलिंग और निरीक्षण के निर्देश दिए गए हैं. अभी तक 6 के खिलाफ सैंपल लिए गए हैं. जिनको जांच के लिए रुद्रपुर लैब में भेज दिया गया है.
खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने आम उपभोक्ताओं से अपील की है कि वो दुकान से मिठाई खरीदते वक्त सफाई का ध्यान रखें. इसी के साथ मिठाई उन्हीं दुकानों से खरीदें जिनके पास एफसीसीआई का लाइसेंस हो. इसके अलावा कोई सामान खरीदते समय वैधता तारीख जरूर देख लें.