देहरादून/सरायकेला: झारखंड के कांदागोडा गांव से वन विभाग को बरामद हुए जंगली हिरण के मांस के टुकड़े को जांच के लिए देहरादून स्थित वाइल्ड लाइफ सेंटर की फॉरेंसिक लैब में भेजा जाएगा. वहीं कांदागोडा गांव में पहुंचे जंगली हिरण के शिकार मामले पर वन विभाग की तरफ से लगातार छानबीन की जा रही है.
जंगली हिरण का शिकार का मामला
सरायकेला वन क्षेत्र के पदाधिकारी प्रमोद कुमार के नेतृत्व में ग्रामीणों की ओर से जंगली हिरण का शिकार कर मांस खाए जाने को गंभीरता दिखाते हुए गठित टीम ने जांच में प्रथम दृष्टया कांदागोडा गांव के 3 लोगों को मुख्य रूप से आरोपी पाया है. इनके विरुद्ध सरायकेला थाने में मामला दर्ज किया गया है. इसके अलावा अन्य ग्रामीणों के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज कराई गई है.
जंगल से भटक कर गांव आ गया था हिरण
बीते रविवार देर शाम जंगल से भटके हिरण का शिकार स्थानीय ग्रामीणों की तरफ से किए जाने और मांस पकाकर खाए जाने की सूचना पर वन विभाग अलर्ट होकर खोजबीन अभियान चला रहा था. इस बीच कांदागोड़ा गांव में हिरण का मांस और खून के धब्बे मिले. वहां से हिरण का मांस बरामद किए गया था.
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फेसबुक पर फोटो अपलोड करने पर वन विभाग हुआ था एक्टिव
गांव के कुछ लोगों की तरफ से मारे गए हिरण की फोटो फेसबुक पर जश्न मनाते हुए सामूहिक भोज का आयोजन करने से संबंधित फोटो अपलोड की गई थी. इसकी सूचना वन विभाग को प्राप्त हुई थी. विभाग बीते रविवार रात से ही मामले की छानबीन में जुटा हुआ था.