देहरादून: रजिस्ट्री कार्यालय फर्जीवाड़े मामले में निचली अदालत से जमानत खारिज होने के बाद अब अधिवक्ता कमल विरमानी ने जिला एवं सत्र न्यायालय में जमानत अर्जी दाखिल की. आज जमानत याचिका पर आज सुप्रीम कोर्ट से आये वरिष्ठ वकील ने पैरवी की. करीब 4 घंटे बहस होने के बाद कोर्ट ने दोनों पक्षों की दलीलों को सुना. जिसके बाद जिला जज प्रदीप पंत ने सोमवार तक फैसला सुरक्षित रखा है. इस मामले में कोर्ट सोमवार को फैसला सुनाएगी. बता दें कमल विरमानी 27 अगस्त से सुद्धोवाला जेल में बंद हैं.
बता दें 15 जुलाई को देहरादून रजिस्ट्री फर्जीवाड़ा मामले में कोतवाली में मुकदमा दर्ज हुआ था. एसआईटी ने इसकी जांच शुरू की तो शुरूआत से ही कुछ अधिवक्ता पुलिस के राडार पर थे. इनमें से अधिवक्ता इमरान को 22 अगस्त को गिरफ्तार किया गया. 27 अगस्त को पुलिस ने वरिष्ठ अधिवक्ता कमल विरमानी तक भी पहुंच गई. इसी मामले में देहरादून बार के नामी वकील कमल विरमानी का नाम आने पर पुलिस ने उन्हें 27 अगस्त को गिरफ्तार किया. तब से विरमानी जेल में बंद हैं. कमल विरमानी ने जमानत को लेकर याचिका जिला जज कोर्ट में दायर की.
आज विरमानी की तरफ से सुप्रीम कोर्ट से वरिष्ठ अधिवक्ता सिद्धांत लूथरा पैरवी करने पहुंचे. उनके साथ बार एसोसिएशन देहरादून समेत अन्य सीनियर वकील भी बहस में शामिल हुए. करीब 4 घंटे तक बहस हुई. इस पर कोर्ट ने विरमानी की जमानत याचिका पर निर्णय सुरक्षित रख लिया है. अभियोजन पक्ष के सरकारी वकील गुरु प्रसाद ने बताया 4 घंटे कोर्ट में बहस के बाद जिला जज प्रदीप पंत ने फैसला सुरक्षित रख लिया है. सोमवार को फैसले पर सुनवाई होगी.