देहरादून: गृह मंत्रालय भारत सरकार द्वारा ऑनलाइन धोखाधड़ी के खिलाफ सिटीजन फाइनेंशियल साइबर फ्रॉड रिपोर्टिंग एंड मैनेजमेंट सिस्टम के तहत 17 जून को एक हेल्पलाइन नंबर की शुरूआत की है. अब तक धोखाधड़ी से जुड़ी 87 कॉल प्राप्त हुई हैं, साथ ही पिछले 3 दिन 20 जून से 22 जून में हेल्पलाइन नंबर से पीड़ित व्यक्तियों के करीब दो लाख अस्सी हजार रुपए बैंक खातों में होल्ड कराए गए हैं. इससे पहले भी पोर्टल के माध्यम से 4 लाख 43 हजार रुपए बैंकों में होल्ड कराए गए थे.
कैसे काम करता है हेल्पलाइन नंबर?
उत्तराखंड साइबर क्राइम पुलिस के मुताबिक किसी भी तरह की फाइनेंशियल धोखाधड़ी की सूचना हेल्पलाइन नंबर 155260 पर दी जाती है. जिसके बाद सुरक्षा चक्र कंट्रोल रूम द्वारा तत्काल इस सूचना को ग्राम मंत्रालय के NCRP पोर्टल पर दर्ज किया जाता है.
इस सूचना के अंकित होने के पश्चात गृह मंत्रालय से पीड़ित को मैसेज के माध्यम से एक लिंक भेजा जाता है. पीड़ित द्वारा इस लिंक पर क्लिक कर अपनी शिकायत 24 घंटे के अंदर NCRP पोर्टल में पंजीकृत कराना आवश्यक है, जिसके बाद त्वरित कार्रवाई की जाती है.
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एसटीएफ अजय सिंह ने दी जानकारी
एसटीएफ एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि किसी भी प्रकार के वित्तीय साइबर अपराध होने की दशा में इसकी सूचना तत्काल ई सुरक्षा चक्र साइबर हेल्पलाइन नंबर पर दर्ज कराएं. अगर 24 घंटे के भीतर पीड़ित द्वारा ऐसा कर लिया जाता है तो उसके पैसे वापस आने की संभावना बढ़ जाती है.