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उत्तरकाशी हेलीकॉप्टर हादसे के बारे में सीएस उत्पल कुमार ने ETV भारत को दी ये जानकारी

उत्तरकाशी में बादल फटने के कारण हुए हादसे के बाद चलाए जा रहे राहत और बचाव कार्य में एक हेलीकॉप्टर को लगाया गया था. बुधवार को हेलीकॉप्टर से राहत सामग्री ले जाई जा रही थी, तभी वह क्रैश हो गया. घटना के बारे में मुख्य सचिव उत्पल कुमार ने ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान राहत और बचाव कार्यों के बारे में जानकारी दी.

जानकारी देते मुख्य सचिव उत्पल कुमार
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Published : Aug 21, 2019, 4:59 PM IST

Updated : Aug 21, 2019, 5:12 PM IST

देहरादून: उत्तरकाशी में हुए हेलीकॉप्टर हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई है. यह हेलीकॉप्टर उत्तरकाशी में राहत और बचाव कार्य में लगा हुआ था. प्रदेश के मुख्य सचिव उत्पल कुमार ने बताया कि उत्तरकाशी जिले के एक दुर्गम इलाके में हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ है, अधिक जानकारी के लिए यहां से टीमें भेज दी गई हैं.

सीएस उत्पल कुमार की ETV भारत से खास बातचीत

जानकारी देते हुए मुख्य सचिव उत्पल कुमार ने बताया कि राहत और बचाव कार्य में लगा हेलीकॉप्टर जिले के सुदूर गांव मोल्डी में क्रैश हुआ है. उन्होंने कहा कि हेलीकॉप्टर आपदा ग्रस्त क्षेत्रों में राहत साम्रगी बांटकर वापस आ रहा था. इसी दौरान वह क्रैश हो गया. जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई. बादल फटने के बाद से पीड़ितों का रेस्क्यू लगातार चल रहा है. मुख्य सचिव ने बताया कि एसडीआरएफ, पुलिस फोर्स और डॉक्टरों की टीम लगातार बचाव कार्यों में जुटी हुई है.

पढ़ें- उत्तरकाशी हेलीकॉप्टर क्रैश: मृतक के परिजनों को 15-15 लाख का मुआवजा, सीएम ने की घोषणा

बता दें कि उत्तरकाशी के मोरी क्षेत्र में बीते रविवार को बादल फटने से 15 लोगों की मौत हो गई थी. इस हादसे के बाद राहत और बचाव कार्य के लिए एक हेलीकॉप्टर लगाया गया था, जो आज बुधवार को क्रैश हो गया. जिसमें हेलीकॉप्टर सवार तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई. जानकारी के अनुसार इन तीन लोगों में एक पायलट, एक इंजीनियर और एक स्थानीय व्यक्ति मौजूद था. वहीं मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मृतकों के परिजनों को 15-15 लाख रुपये देने की भी घोषणा कर दी है.

बताया जा रहा है कि स्थानीय लोगों द्वारा एक जगह से दूसरी जगह तक सेब और दूसरे सामानों को भेजने के लिए तार की ट्रॉली बनाई हुई थी. जिसमें फंसने से हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ है.

देहरादून: उत्तरकाशी में हुए हेलीकॉप्टर हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई है. यह हेलीकॉप्टर उत्तरकाशी में राहत और बचाव कार्य में लगा हुआ था. प्रदेश के मुख्य सचिव उत्पल कुमार ने बताया कि उत्तरकाशी जिले के एक दुर्गम इलाके में हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ है, अधिक जानकारी के लिए यहां से टीमें भेज दी गई हैं.

सीएस उत्पल कुमार की ETV भारत से खास बातचीत

जानकारी देते हुए मुख्य सचिव उत्पल कुमार ने बताया कि राहत और बचाव कार्य में लगा हेलीकॉप्टर जिले के सुदूर गांव मोल्डी में क्रैश हुआ है. उन्होंने कहा कि हेलीकॉप्टर आपदा ग्रस्त क्षेत्रों में राहत साम्रगी बांटकर वापस आ रहा था. इसी दौरान वह क्रैश हो गया. जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई. बादल फटने के बाद से पीड़ितों का रेस्क्यू लगातार चल रहा है. मुख्य सचिव ने बताया कि एसडीआरएफ, पुलिस फोर्स और डॉक्टरों की टीम लगातार बचाव कार्यों में जुटी हुई है.

पढ़ें- उत्तरकाशी हेलीकॉप्टर क्रैश: मृतक के परिजनों को 15-15 लाख का मुआवजा, सीएम ने की घोषणा

बता दें कि उत्तरकाशी के मोरी क्षेत्र में बीते रविवार को बादल फटने से 15 लोगों की मौत हो गई थी. इस हादसे के बाद राहत और बचाव कार्य के लिए एक हेलीकॉप्टर लगाया गया था, जो आज बुधवार को क्रैश हो गया. जिसमें हेलीकॉप्टर सवार तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई. जानकारी के अनुसार इन तीन लोगों में एक पायलट, एक इंजीनियर और एक स्थानीय व्यक्ति मौजूद था. वहीं मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मृतकों के परिजनों को 15-15 लाख रुपये देने की भी घोषणा कर दी है.

बताया जा रहा है कि स्थानीय लोगों द्वारा एक जगह से दूसरी जगह तक सेब और दूसरे सामानों को भेजने के लिए तार की ट्रॉली बनाई हुई थी. जिसमें फंसने से हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ है.

Intro:
स्टोरी नाम ---- एक तार के टुकड़े ने खाक कर दिया चॉपर और दो पायलट सहित एक व्यक्ति


उत्तराखंड में हुए में चॉपर हादसे में ईटीवी भारत के पास जो जानकारी आयी है वो हैरान करने वाली है बताया जा रहा है की स्थानीय लोगो द्वारा लगाए गए तार की वजह से इतना बड़ा हादसा हुआ है | जिसमे ना केवल प्राइवेट कम्पनी का ना केवल हेलीकॉप्टर खत्म हो गया बल्कि उसको उड़ा रहे पायलट भी ज़िंदा जल गए


Body:बताया जा रहा है की आपदा वाले क्षेत्र में सेब की पैदावार अधिक होती है लिहाजा स्थानीय लोगो द्वारा एक जगह से दूसरी जगह सेब और दूसरे सामानो को भेजने के लिए तार की ट्रॉली बना रखी थी जिसकी हाइट जयदा अधिक ऊँची तो नहीं थी लेकिन मौसम खराब होने की वजह से पायलट चॉपर को कम हाइट पर ही उड़ा रहे थे ऐसे में हो सकता है की पायलट को तार ना दिखाई दिए हो और चॉपर हादसे का शिकार हो गया

Conclusion:मुख्य सचिव उत्पल कुमार का कहना है की सभी वजहों की जाँच की जाएगी और जिस जगह ये हादसा हुआ है वो बहुत ही रिमोट और जंगल में है ऐसे में रेस्क्यू में भी काफी दिक्क्त आ रही है लेकिन हम लगातार काम करवा रहे है

वन 2 वन --मुख्यसचिव

Last Updated : Aug 21, 2019, 5:12 PM IST
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