देहरादूनः पूरा देश इस समय होली के रंग में रंगा है. लेकिन देश के जवान के सीने में इस मौके पर भी पुलवामा हमले का दर्द दहक रहा है. यही वजह है होली जैसे बड़े पर्व को पूरे देश में केंद्रीय रिजर्व पुलिस यानी सीआरपीएफ नहीं मना रही है. इस मौके पर देहरादून में मौजूद सीआरपीएफ के कुछ जवानों से और आईजी नरेंद्र कुमार भारद्वाज से ईटीवी भारत की टीम ने बातचीत की और जाना की इस मौके पर जब पूरा देश होली का पर्व मना रहा है तो ऐसे में सीआरपीएफ के जवान होली ना मना कर अपने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दे रहें हैं.
14 फरवरी को जम्मू के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में 40 सीआरपीएफ जवानों की शहादत का मंजर ना तो देशवासी भूल पाए हैं और ना ही सेना भूल पायीहै. होली जैसे बड़े पर्व पर भी इसका असर पूरी तरह से सीआरपीएफ में देखा जा सकता है. देहरादून में मौजूद सीआरपीएफ की एक टुकड़ी और आईजी सीआरपीएफ नरेंद्र कुमार भारद्वाज से ईटीवी भारत ने खास बात की. जिसमें आईजी सीआरपीएफ ने बताया कि सीआरपीएफ हर त्योहार को बड़े धूमधाम से मनाती है, लेकिन इस बार पुलवामा घटना की वजह से पूरा देश आहत है और खास तौर से सीआरपीएफ के 40 जवान इस आतंकी हमले में शहीद हुए थे. सीआरपीएफ महानिदेशालय में उन शहीदजवानों की श्रद्धांजलि स्वरूप इस बार होली नहीं मना रहा है.
उन्होंने कहा कि पूरा देश इस दुख की घड़ी में सीआरपीएफ के साथ है और लोगों ने बड़ी संख्या में सीआरपीएफ निदेशालय को मदद भी की है. वहीं, जब सीआरपीएफ आईजी नरेंद्र कुमार भारद्वाज से पूछा गयाकिजवानों का इसके प्रति क्या रुख है तो उन्होंने बताया कि जवानों में इतना उल्लास नहीं है और हर एक जवान को अपने साथियों के खोने के गम मेंहै. जिसे देखते हुए ये फैसला लिया गया कि हम इस गमगीन माहौल में होली नहीं मनाएंगे.
आतंकियों की नापाक हरकत पर सीआरपीएफ आईजी नरेंद्र कुमार भारद्वाज ने कहा कि ये लड़ाई आमने-सामने की नहीं है और इस स्थिति में हमारे पास आक्रामक रूप से हम कुछ ज्यादा नहीं कर सकते हैं, लेकिन हमें रक्षात्मक रूप से हमेशा तैयार रहना पड़ता है और अपनी सरकार के नेतृत्व पर पूरा भरोसा है कि सही समय पर सही निर्णय लिया जाएगा.
वहीं, सीआरपीएफ के जवानों ने बताया कि उनके हौसले में रत्ती भर की भी कमी नहीं आई और सभी बुलंद आवाज के साथ देश भक्तिमें लिपटे नजर आये. कुछ जवानों से जब हमने बात की तो उन्होंने कहा कि अपने साथियों को खोने का दर्द जेहन में है और वो हमेशा रहेगा. साथ ही जवानों का यह भी कहना है कि दिलोदिमागमें गुस्सा कितना ही हो, लेकिन हर जवान जोश के साथ होश से काम लेने वाला है.