देहरादूनः चीला पावर हाउस में तैनात टेक्निकल असिस्टेंट को विभागीय प्राधिकार पत्र बनाने के एवज में दो हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए विजिलेंस की टीम ने रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. टीम द्वारा टेक्निकल असिस्टेंट के आवास और अन्य ठिकानों पर तलाशी की जा रही है. वहीं, निदेशक सतर्कता द्वारा ट्रैप टीम को कैश पुरस्कार की घोषणा की गई.
15 दिसंबर 2023 को एसपी सतर्कता सेक्टर देहरादून को पीड़ित ने शिकायत दर्ज कराई कि उसके पिताजी जो चीला पावर हाउस जिला पौड़ी गढ़वाल से करीब 16-17 साल पहले सेवानिवृत हुए थे. जिनका गले के कैंसर के इलाज के लिए गुड़गांव, हरियाणा के मेदांता अस्पताल में विभागीय प्राधिकार पत्र की आवश्यकता थी. विभागीय प्राधिकार पत्र बनवाने के लिए जब पीड़ित चीला पावर हाउस में तैनात टेक्निकल असिस्टेंट कृष्ण अग्रवाल से बात की तो कृष्ण अग्रवाल ने प्रमाण पत्र बनाने के एवज में दो हजार रुपए की मांग की. लेकिन पीड़ित रिश्वत नहीं देना चाहता था और ऐसे भ्रष्ट सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई चाहता था. ये भी पढ़ेंः विकासनगर में घर से भागकर नाबालिग जोड़ा रचा रहा था शादी, सीडीपीओ ने रोका 'बाल विवाह'
विजिलेंस एसपी धीरेंद्र गुंज्याल ने बताया कि पीड़ित द्वारा दिए गए शिकायत पत्र पर विजिलेंस अधिष्ठान सेक्टर देहरादून द्वारा जांच किए जाने पर प्रथम दृष्टया सही पाए जाने पर ट्रैप टीम का गठन किया गया. ट्रैप टीम ने 16 दिसंबर को कार्रवाई करते हुए चीला पावर हाउस में तैनात तकनीकी सहायक कृष्ण अग्रवाल को पीड़ित से दो हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया. ट्रैप टीम द्वारा आरोपी से पूछताछ जारी है. इस मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा.