देहरादून: रजिस्ट्रार ऑफिस के रिकॉर्ड से छेड़छाड़ कर धोखाधड़ी से करोड़ों रुपए की जमीनों की खरीद-फरोख्त के मामले में नामी वकील को पुलिस ने हिरासत में लिया है. गिरफ्तारी से बचने के लिए वकील ने कुछ दिन पहले कोर्ट में सरेंडर की अर्जी लगाई थी. मामले का खुलासा होने के बाद से ही वकील पुलिस की रडार पर था. पुलिस वकील को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. वहीं वकील के हिरासत में लिए जाने के बाद कुछ और बड़े नामों से पर्दा उठ सकता है. इस फर्जीवाड़े में सरकारी कर्मचारियों की भी भूमिका संदिग्ध रही है.
जमीनों की खरीद-फरोख्त से जुड़ा है मामला: 15 जुलाई को संदीप श्रीवास्तव सहायक महानिरीक्षक निबंधन ने शिकायत दर्ज कराई थी कि जिलाधिकारी द्वारा 3 गठित समिति की जांच रिपोर्ट में अज्ञात आरोपियों की मिलीभगत से धोखाधड़ी की नियत से आपराधिक षड्यंत्र रचकर रजिस्ट्रार कार्यालय और उप रजिस्ट्रार कार्यालय में अलग-अलग बैनामों में छेड़छाड़ की गई है.जिस संबंध में अज्ञात आरोपियों के मुकदमा पंजीकृत किया गया था. मुकदमा पंजीकृत होने के बाद एसपी ने मामले के खुलासे को लेकर एसआईटी टीम का गठन किया था.
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पुलिस कई लोगों को भेज चुकी सलाखों के पीछे: जिलाधिकारी देहरादून की तरफ से रजिस्ट्रार कार्यालय में छापेमारी करने के बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी रजिस्ट्रार कार्यालय का निरीक्षण कर एसआईटी बनाने के निर्देश दिए थे.जमीनों के फर्जीवाड़े को लेकर अब तक कोतवाली पुलिस ने 8 लोगों पर कार्रवाई करते हुए जेल भेज चुकी है.नामी वकील के हिरासत में लिए जाने के बाद कुछ और बड़े नामों से पर्दा उठ सकता है.