देहरादून: थाना रायपुर के अंतर्गत न्यू डिफेंस कॉलोनी में हुए करोड़ों की चोरी मामले में सफलता मिली है. पुलिस ने फरार चल रहे दूसरे आरोपी धीरज के पिता भूदेव को गिरफ्तार कर लिया है. भूदेव को उत्तर प्रदेश के बड़ौत से गिरफ्तार किया गया है. भूदेव से 48 लाख रुपये भी बरामद किये गये हैं. अभी वारदात का मास्टरमाइंड धीरज फरार चल रहा है. पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है. थाना रायपुर पुलिस चोरी की घटना में अब तक तीन करोड़ आठ लाख रुपये बरामद कर चुकी है.
19 अगस्त को मीनू गोयल निवासी न्यू डिफेन्स कालोनी विश्वनाथ एन्क्लेव रायपुर ने शिकायत दर्ज कराई थी की 18 अगस्त की रात में अपने घर से रुपये व ज्वेलरी चोरी होने के सम्बन्ध में एक प्रार्थना पत्र दिया था. तहरीर के आधार पर थाना रायपुर में मुकदमा पंजीकृत किया गया. आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम का गठन किया गया. पुलिस टीम ने 21 अगस्त को आरोपी प्रॉपर्टी ब्रोकर सन्नी को विश्वनाथ इन्क्लेव सहस्त्रधारा रोड़ से गिरफ्तार किया गया. जिससे चोरी के दो करोड़ साठ लाख रुपये, 2 ट्राली बैग, 2 वाहन बरामद किये गये. पूछताछ में सन्नी ने बताया था उसके साथ घटना को अंजाम देने में उसका एक अन्य साथी धीरज पुत्र भूदेव निवासी वाजिदपुर थाना बड़ौत उत्तर प्रदेश भी शामिल था. जिसे उसने तीसरा पैसों से भरा बैग दिया है. सन्नी अभी न्यायिक अभिरक्षा में जिला कारागार देहरादून में बंद है.
पुलिस टीम ने फरार आरोपी धीरज के घर और अन्य सम्भावित जगहों पर दबिश दी. इसके बाद भी धीरज का पता नहीं चला. आस-पास के लोगों से पूछताछ करने पर जानकारी मिली कि आरोपी खेती बाड़ी का काम करता है. वह पहले भी देहरादून में रह चुका है. धीरज का एक भाई दिल्ली पुलिस में सब इंस्पेक्टर है. वह नरेला दिल्ली में ही सरकारी आवास में रहता है. गांव में आरोपी के पिता और पत्नी रहते हैं. घटना के बाद वह एक दिन अपने घर पर आया था. पुलिस टीम को सूचना मिली कि आरोपी के पिता भूदेव चोरी किये गये रुपयों में से भारी धनराशी को गांव में ही छिपाने की फिराक में हैं. जिसके बाद से ही पुलिस टीम ने आरोपी के पिता और अन्य परिवार की निगरानी करनी शुरू कर दी. पुलिस टीम ने आरोपी धीरज के पिता भूदेव को उनके गांव वाजिदपुर बड़ौत में उन्हीं की ट्यूबेल के पास से गिरफ्तार किया. उनके कब्जे से चोरी के 48 लाख रुपये बरामद किये गये.
एसपी सिटी सरिता डोभाल ने बताया आरोपी भूदेव के दो पुत्र हैं. बड़ा बेटा नीरज दिल्ली पुलिस में है. छोटा बेटा धीरज अपने परिवार के साथ गांव में ही रहता है. वह करीब 7-8 साल पहले देहरादून में रह चुका है. सन्नी उसका दोस्त है. वे दोनों आपस में मिलकर डम्पर और बिल्डिंग मैटिरियल का काम करते थे. कुछ दिन पहले इलाहबाद मजदूर लेने के नाम से घर गया. 20 अगस्त को गांव में अपने घर आया. जिसके अगले ही दिन बिना कुछ बताये घर से चला गया. 21 अगस्त को जानकारी मिली की धीरज को पुलिस ढूंढ रही है. जिसके बाद वह नीरज के पास चला गया. पुलिस वारदात के मास्टरमाइंड धीरज की तलाश में जुटी है.