ETV Bharat / state

अवैध खनन से मकानों को पैदा हुआ खतरा, खौफ के साए जीने को मजबूर लोग, प्रशासन से लगाई गुहार

Shivaji Nagar in Rishikesh ऋषिकेश शिवाजी नगर में रहने वाले तीन परिवार एक बार फिर खौफ के साए में जीने को मजबूर हैं. भू-माफिया लगातार अवैध खनन कार्य में लगे हैं. जिसकी वजह से पीड़ित परिवार प्रशासन से सुरक्षा की गुहार लगा रहे हैं. साथ ही पीड़ित परिवारों का कहना कि मामले में सख्त कार्रवाई अमल में नहीं लाई जा रही है.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By

Published : Jul 29, 2023, 7:47 AM IST

Updated : Jul 29, 2023, 9:37 AM IST

ऋषिकेश: शिवाजी नगर में कुछ लोगों के द्वारा वन विभाग की भूमि पर लगातार अवैध खनन किया जा रहा है. अवैध खनन की वजह से तीन घरों पर खतरा मंडराने लगा है. पूर्व में भी भू माफियाओं के द्वारा खनन करने की शिकायत के बाद जब यह खबर देहरादून जिलाधिकारी सोनिका तक पहुंची तो उन्होंने तत्काल स्थानीय प्रशासन को निर्देश देते हुए कार्रवाई के निर्देश दिए थे. जिसके बाद एसडीएम सौरभ असवाल तहसील की टीम को लेकर मौके पर पहुंचे थे और अवैध खनन पर रोक लगाने के निर्देश दिए थे. इतना ही नहीं उन्होंने प्रभावित परिवारों को शिफ्ट कर रहने और खाने की व्यवस्था भी की थी. लेकिन आश्वासन के बाद भी प्रभावित परिवार उसी स्थान पर रहने को मजबूर हैं.

पीड़ितों ने की ठोस कार्रवाई की मांग: पीड़ित परिवारों का कहना है कि जब एसडीएम ने आकर खनन रुकवाया और पुश्ता बनाने के लिए कहा तो लगा कि शायद उनके आशियाने को अब खतरा पैदा नहीं होगा और वे अपने परिवार के साथ बेखौफ रह सकेंगे. पीड़ितों का कहा कि एक बार फिर से भू-माफियाओं ने खनन करना शुरू कर दिया. जिस कारण उनके घरों के सामने से जा रही नहर ढह गई और अब उनके घरों को भी खतरा हो गया है. एक बार फिर उनको डर सताने लगा है.पीड़ित का कहना था कि भू माफिया उनको धमकाने भी लगे हैं. उन्होंने मामले में प्रशासन से ठोस कार्रवाई करने की मांग की है.
पढ़ें-देहरादून में धोरण पुल के पास हो रहे खनन की होगी जांच, उत्तराखंड के 75 जोखिम भरे पुलों पर रोका जाएगा ट्रैफिक

क्या कह रहे एसडीएम: ऋषिकेश उपजिलाधिकारी सौरभ असवाल से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह भूमि वन विभाग की है. ऐसे में संबंधित विभाग ही इस पर कार्रवाई करेगा. लोगों की सुरक्षा को लेकर भी उन्होंने ऋषिकेश वन क्षेत्राधिकारी और एसडीओ को निर्देशित कर दिया है.

मामले में वन विभाग के जिम्मेदार क्या कह रहे: ऋषिकेश वन क्षेत्राधिकार देवेंद्र पुंडीर ने बताया कि विभाग की टीम मौके पर पहुंची, जहां पाया गया कि एक व्यक्ति द्वारा वन भूमि पर कार्य करवाया जा रहा है. विभाग द्वारा उक्त व्यक्ति के खिलाफ भारतीय वन अधिनियम 1927 के तहत मुकदमा दर्ज किया जा रहा है.

ऋषिकेश: शिवाजी नगर में कुछ लोगों के द्वारा वन विभाग की भूमि पर लगातार अवैध खनन किया जा रहा है. अवैध खनन की वजह से तीन घरों पर खतरा मंडराने लगा है. पूर्व में भी भू माफियाओं के द्वारा खनन करने की शिकायत के बाद जब यह खबर देहरादून जिलाधिकारी सोनिका तक पहुंची तो उन्होंने तत्काल स्थानीय प्रशासन को निर्देश देते हुए कार्रवाई के निर्देश दिए थे. जिसके बाद एसडीएम सौरभ असवाल तहसील की टीम को लेकर मौके पर पहुंचे थे और अवैध खनन पर रोक लगाने के निर्देश दिए थे. इतना ही नहीं उन्होंने प्रभावित परिवारों को शिफ्ट कर रहने और खाने की व्यवस्था भी की थी. लेकिन आश्वासन के बाद भी प्रभावित परिवार उसी स्थान पर रहने को मजबूर हैं.

पीड़ितों ने की ठोस कार्रवाई की मांग: पीड़ित परिवारों का कहना है कि जब एसडीएम ने आकर खनन रुकवाया और पुश्ता बनाने के लिए कहा तो लगा कि शायद उनके आशियाने को अब खतरा पैदा नहीं होगा और वे अपने परिवार के साथ बेखौफ रह सकेंगे. पीड़ितों का कहा कि एक बार फिर से भू-माफियाओं ने खनन करना शुरू कर दिया. जिस कारण उनके घरों के सामने से जा रही नहर ढह गई और अब उनके घरों को भी खतरा हो गया है. एक बार फिर उनको डर सताने लगा है.पीड़ित का कहना था कि भू माफिया उनको धमकाने भी लगे हैं. उन्होंने मामले में प्रशासन से ठोस कार्रवाई करने की मांग की है.
पढ़ें-देहरादून में धोरण पुल के पास हो रहे खनन की होगी जांच, उत्तराखंड के 75 जोखिम भरे पुलों पर रोका जाएगा ट्रैफिक

क्या कह रहे एसडीएम: ऋषिकेश उपजिलाधिकारी सौरभ असवाल से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह भूमि वन विभाग की है. ऐसे में संबंधित विभाग ही इस पर कार्रवाई करेगा. लोगों की सुरक्षा को लेकर भी उन्होंने ऋषिकेश वन क्षेत्राधिकारी और एसडीओ को निर्देशित कर दिया है.

मामले में वन विभाग के जिम्मेदार क्या कह रहे: ऋषिकेश वन क्षेत्राधिकार देवेंद्र पुंडीर ने बताया कि विभाग की टीम मौके पर पहुंची, जहां पाया गया कि एक व्यक्ति द्वारा वन भूमि पर कार्य करवाया जा रहा है. विभाग द्वारा उक्त व्यक्ति के खिलाफ भारतीय वन अधिनियम 1927 के तहत मुकदमा दर्ज किया जा रहा है.

Last Updated : Jul 29, 2023, 9:37 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.