देहरादून: उत्तराखंड में जमीनों के खेल में अब तक सैकड़ों करोड़ के वारे न्यारे होने की आशंका व्यक्त की जा रही है. इन्हीं आशंकाओं के बीच अब एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट ने भी जांच के लिए मामले में एंट्री कर ली है. हालांकि पहले ही एसआईटी (SIT) प्रकरण पर नौ लोगों की गिरफ्तारी कर चुकी है. लेकिन अब सैकड़ों करोड़ के लेनदेन की संभावनाओं के कारण ईडी भी इसकी जांच की तैयारी कर रही है. वहीं सब रजिस्ट्रार कार्यालय में डीएम सोनिका ने फर्जीवाडे़ को पकड़ा था, जिसके बाद लगातार कार्रवाई चल रही है.
देहरादून में जमीनों के विवादित मामलों की संख्या दिनों दिन बढ़ती रही है. इसकी सबसे बड़ी वजह देहरादून में जमीनों के आसमान छूते रेट भी रहे हैं. लेकिन इस बीच देहरादून में ऐसा मामला आया है जो अब तक का सबसे बड़ा फर्जीवाड़ा साबित होने जा रहा है. देहरादून जिलाधिकारी सोनिका की सक्रियता के कारण पहली बार यह मामला जांच के दायरे में आया. हाल ही में 15 जुलाई को जिलाधिकारी सोनिका ने प्रकरण पर मुकदमा दर्ज करवाया. अब तक जो प्रकरण सामने आए हैं, उसमें ही करीब 300 करोड़ से ज्यादा की हेराफेरी होने की संभावना व्यक्त की जा रही है.
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हालांकि, मामले के संज्ञान में आने के बाद खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी रजिस्ट्रार कार्यालय पहुंचकर दस्तावेजों की छानबीन करते हुए नजर आए थे. इस मामले में एसआईटी गठित की जा चुकी है.अलग-अलग थानों में मुकदमे भी दर्ज किए जा चुके हैं. इतना ही नहीं नौ लोगों की भी गिरफ्तारी की जा चुकी है. बेहद बड़े स्तर पर हुए इस घालमेल को देखते हुए ईडी भी इसकी जांच शुरू करने जा रही है. फिलहाल ईडी की तरफ से अब तक किए गए मुकदमे की जानकारी मांग ली गई है और इस प्रकरण में मनी लॉन्ड्रिंग की आशंकाओं को भी देखा जा रहा है.
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खास बात यह है कि पिछले करीब डेढ़ सौ सालों से देहरादून के जमीनों से जुड़े दस्तावेज सहारनपुर में ही रखे गए थे और इन दस्तावेजों को भी पहली बार जिलाधिकारी सोनिका की तरफ से मंगवाने की कार्रवाई की गई थी. इसके साथ ही इन दस्तावेजों का डिजिटली रिकॉर्ड में ले लिया गया है. उधर दूसरी तरफ पुलिस भी मामले में गैंगस्टर के तहत कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है. फिलहाल ईडी की तरफ से एसआईटी की गई जांच का रिकॉर्ड मांगा गया है. इन दस्तावेजों के आधार पर ईडी (Ed) पूरे प्रकरण को जाने की और इसके बाद आर्थिक लेनदेन से जुड़े मामले पर पूरी जांच की जाएगी. इस मामले में ईडी की एंट्री होने के बाद अब लेनदेन का पूरा खाका तैयार होगा और अवैध रूप ट्रांजेक्शन पाए जाने पर आरोपियों पर बड़ी कार्रवाई की जा सकेगी.