देहरादून: उत्तराखंड में मैदानी जिलों के लिए जमीनों में फर्जीवाड़ा एक बड़ी समस्या बन गई है. खास तौर पर देहरादून में सबसे ज्यादा मामले लैंड फ्रॉड के ही सामने आ रहे हैं. हाल ही में जिलाधिकारी देहरादून ने रेवेन्यू रिकॉर्ड में छेड़छाड़ का खुलासा किया तो राज्य भर में हड़कंप मच गया. जिसके बाद पुलिस ने भी ऐसे भू-माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई का मन बना लिया है.
ऑपरेशन प्रहार अभियान: उत्तराखंड पुलिस जल्द ही ऑपरेशन प्रहार के जरिए राज्य के बड़े अपराधियों की धरपकड़ करने वाली है. खास बात यह है कि इस दौरान पुलिस का फोकस ऐसे माफियाओं पर होगा जो जमीनों के खेल में करोड़ों के वारे न्यारे कर राज्य के लोगों को चूना लगाते हैं. दरअसल, हाल ही में देहरादून की जिलाधिकारी सोनिका ने रेवेन्यू रिकॉर्ड को लेकर औचक निरीक्षण के दौरान बड़ी खामियां पाई थी, जिसके बाद पूरे प्रदेश में लैंड प्लॉट को लेकर हड़कंप मच गया था.
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लैंड फ्रॉड के लगातार सामने आ रहे मामले: बड़ी बात यह है कि देहरादून में अधिकतर मामले लैंड फ्रॉड के सामने आ रहे हैं और ऐसे में यह भी अंदेशा लगाया जा रहा है कि कहीं कोई गैंग इसके पीछे काम तो नहीं कर रहा है. बड़ी बात यह है कि मुख्यमंत्री से लेकर वित्त सचिव तक को लैंड रिकॉर्ड देखने के लिए जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में पहुंचना पड़ा और इसके बाद से ही जमीनों में फर्जीवाड़ा करने वालों के खिलाफ मुहिम छेड़ दी गई है.उत्तराखंड पुलिस विभाग ने भी ऑपरेशन प्रहार की शुरुआत करने की तैयारी शुरू कर दी है.
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शिकायतों के बाद एक्शन: अभियान में खासतौर पर लैंड प्लॉट करने वाले माफियाओं पर भी फोकस किया जाएगा. इस दौरान देहरादून के जिलाधिकारी सोनिका ने बताया कि लगातार देहरादून से कई तरह की शिकायतें मिल रही है और जमीनों में गड़बड़ी को लेकर मिल रही शिकायतों का निराकरण भी किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि राजधानी में कई तरह की जमीनें मौजूद हैं. जिनके लिए विभिन्न तरह की शिकायतें भी मिल रही हैं और निराकरण भी हो रहा है.