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उत्तराखंड की बेटी स्नेह राणा क्रिकेट में बिखेर रहीं जलवा, कहा- देवभूमि में प्रतिभा की कमी नहीं

उत्तराखंड की बेटी स्नेह राणा इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए मैच में शानदार प्रदर्शन कर चुकी हैं. आलराउंडर स्नेह राणा का कहना है कि देवभूमि में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है. हर क्षेत्र में महिलाएं बेहतर काम कर रही हैं.

sneh rana
स्नेह राणा
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Published : Jul 20, 2021, 8:52 PM IST

Updated : Jul 20, 2021, 10:04 PM IST

देहरादूनः उत्तराखंड में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, बस जरूरत है उन्हें सही मार्गदर्शन और बेहतर मंच प्रदान करने की. ऐसी ही एक शख्सियत हैं स्नेह राणा. जो एक गांव से निकलकर खेल की दुनिया में अपना जलवा बिखेर रहीं हैं. ऑलराउंडर स्नेह राणा 50 या उससे ज्यादा रन बनाने और 4 विकेट लेने वाली पहली भारतीय और दुनिया की चौथी महिला बन गई हैं. देहरादून पहुंचीं स्नेह राणा ने 'प्रेस से मिलिए' कार्यक्रम के तहत अपने विचार साझा किए.

भारतीय महिला क्रिकेट के सदस्य और ऑलराउंडर स्नेह राणा (Sneh Rana) ने उत्तराखंड में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है. आज हर क्षेत्र में लड़कियां बेहतर कार्य कर रही हैं और आगे बढ़ रही हैं. उन्होंने कहा कि अपने अथक प्रयासों के बाद भारतीय महिला क्रिकेट टीम के सदस्य के रूप में मौका मिला. इस मौके को उन्होंने इंग्लैंड में भुनाया.

आलराउंडर स्नेह राणा ने साझा किए विचार.

ये भी पढ़ेंः डेब्यू टेस्ट मैच में दून की बेटी ने रचा इतिहास, स्नेह राणा ने निश्चित हार को ड्रॉ में बदला

एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि उनकी रोल मॉडल टीम की वरिष्ठ खिलाड़ी मिताली राज हैं. क्योंकि, उनसे उन्हें काफी कुछ सीखने का मौका मिला है. स्नेह ने कहा कि उनका एक ही लक्ष्य है कि वह अपनी टीम के लिए जितना ज्यादा हो सके उतना योगदान दे सकूं. एक ऑलराउंडर होने के नाते उनका प्रयास रहता है कि वो टीम में बेहतर करें.

वहीं, कोच नरेंद्र शाह ने स्नेह की शुरुआती दिनों और संघर्षों को साझा किया. उन्होंने बताया कि गांव में एक लड़की के क्रिकेट खेलने की जानकारी मिली थी. जिसके बाद किरन शाह 9 साल की स्नेह राणा को गांव से लिटिल मास्टर क्रिकेट क्लब लेकर लाए. जहां क्लब के कोच नरेंद्र शाह और किरण शाह ने स्नेह की प्रतिभा को तराशा. बचपन से ही स्नेह में काफी जज्बा भरा था और काफी फुर्तीली भी थी.

ये भी पढ़ेंः स्नेह राणा का हरफनमौला के रूप में उभरना टीम के लिए अच्छा: मिताली

कोच नरेंद्र शाह ने बताया कि उत्तराखंड में एसोसिएशन नहीं होने के चलते स्नेह को पंजाब भेजा गया. जहां पर स्नेह ने अपना जलवा बिखेरा. स्नेह के खेल को देखते हुए उन्हें अंडर-19 का कैप्टन बनाया गया. स्नेह के बदौलत पंजाब की टीम तीन साल तक चैंपियन बनी. उसके बाद स्नेह को इंडिया रेड की तरफ से खेलने का मौका मिला है.

उन्होंने बताया कि स्नेह ने बांग्लादेश और भारत के बीच टूर्नामेंट खेला. इसके अलावा श्रीलंका के साथ भी मैच खेला. श्रीलंका के साथ खेले गए मैच में उन्होंने पहली बॉल पर विकेट लिया था. साथ ही नेपाल के साथ वनडे सीरीज में प्रतिभाग किया.

उन्होंने बताया कि स्नेह ने करीब 80 टूर्नामेंट भारत के अंदर खेले हैं. प्रतिभा की धनी स्नेह राणा महिला क्रिकेट जगत में पूरे देश का नाम रोशन कर रही हैं. इंग्लैंड में खेले गए डेब्यू मैच में स्नेह ने अपनी शानदार बल्लेबाजी से असंभव को संभव कर दिखाया. स्नेह 4 विकेट और 80 रन बनाने वाली भारत की पहली महिला खिलाड़ी बन गई हैं.

ये भी पढ़ेंः शेफाली और स्नेह 'ICC player of the month' पुरस्कार के लिए नामित

बता दें कि स्नेह राणा देहरादून जिले के सिनौला गांव की रहने वाली है. स्नेह राणा रेलवे में तैनात हैं और अमृतसर में पोस्टेड हैं. इसके अलावा रेलवे की महिला क्रिकेट टीम की कैप्टन भी हैं. स्नेह की दो बहनें हैं. जबकि, उनके पिता का निधन हो चुका है. इंटरनेशनल क्रिकेट में स्नेह राणा गेंद और बल्ले दोनों से शानदार प्रदर्शन कर रही हैं. साथ ही उत्तराखंड के साथ देश का नाम रोशन कर रही हैं.

भारत की आक्रामक युवा बल्लेबाज शेफाली वर्मा और आलराउंडर स्नेह राणा को इंग्लैंड दौरे में शानदार प्रदर्शन के बाद जून के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के 'महीने की सर्वश्रेष्ठ महिला खिलाड़ी' पुरस्कार के लिए नामित किया गया. आलराउंडर स्नेह ने ब्रिस्टल में यादगार टेस्ट पदार्पण करते हुए दूसरी पारी में 154 गेंद में नाबाद 80 रन बनाए, जिससे भारतीय टीम फॉलोऑन खेलते हुए मैच ड्रॉ कराने में सफल रही. उन्होंने इंग्लैंड की पारी में 131 रन देकर चार विकेट भी चटकाए.

देहरादूनः उत्तराखंड में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, बस जरूरत है उन्हें सही मार्गदर्शन और बेहतर मंच प्रदान करने की. ऐसी ही एक शख्सियत हैं स्नेह राणा. जो एक गांव से निकलकर खेल की दुनिया में अपना जलवा बिखेर रहीं हैं. ऑलराउंडर स्नेह राणा 50 या उससे ज्यादा रन बनाने और 4 विकेट लेने वाली पहली भारतीय और दुनिया की चौथी महिला बन गई हैं. देहरादून पहुंचीं स्नेह राणा ने 'प्रेस से मिलिए' कार्यक्रम के तहत अपने विचार साझा किए.

भारतीय महिला क्रिकेट के सदस्य और ऑलराउंडर स्नेह राणा (Sneh Rana) ने उत्तराखंड में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है. आज हर क्षेत्र में लड़कियां बेहतर कार्य कर रही हैं और आगे बढ़ रही हैं. उन्होंने कहा कि अपने अथक प्रयासों के बाद भारतीय महिला क्रिकेट टीम के सदस्य के रूप में मौका मिला. इस मौके को उन्होंने इंग्लैंड में भुनाया.

आलराउंडर स्नेह राणा ने साझा किए विचार.

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एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि उनकी रोल मॉडल टीम की वरिष्ठ खिलाड़ी मिताली राज हैं. क्योंकि, उनसे उन्हें काफी कुछ सीखने का मौका मिला है. स्नेह ने कहा कि उनका एक ही लक्ष्य है कि वह अपनी टीम के लिए जितना ज्यादा हो सके उतना योगदान दे सकूं. एक ऑलराउंडर होने के नाते उनका प्रयास रहता है कि वो टीम में बेहतर करें.

वहीं, कोच नरेंद्र शाह ने स्नेह की शुरुआती दिनों और संघर्षों को साझा किया. उन्होंने बताया कि गांव में एक लड़की के क्रिकेट खेलने की जानकारी मिली थी. जिसके बाद किरन शाह 9 साल की स्नेह राणा को गांव से लिटिल मास्टर क्रिकेट क्लब लेकर लाए. जहां क्लब के कोच नरेंद्र शाह और किरण शाह ने स्नेह की प्रतिभा को तराशा. बचपन से ही स्नेह में काफी जज्बा भरा था और काफी फुर्तीली भी थी.

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कोच नरेंद्र शाह ने बताया कि उत्तराखंड में एसोसिएशन नहीं होने के चलते स्नेह को पंजाब भेजा गया. जहां पर स्नेह ने अपना जलवा बिखेरा. स्नेह के खेल को देखते हुए उन्हें अंडर-19 का कैप्टन बनाया गया. स्नेह के बदौलत पंजाब की टीम तीन साल तक चैंपियन बनी. उसके बाद स्नेह को इंडिया रेड की तरफ से खेलने का मौका मिला है.

उन्होंने बताया कि स्नेह ने बांग्लादेश और भारत के बीच टूर्नामेंट खेला. इसके अलावा श्रीलंका के साथ भी मैच खेला. श्रीलंका के साथ खेले गए मैच में उन्होंने पहली बॉल पर विकेट लिया था. साथ ही नेपाल के साथ वनडे सीरीज में प्रतिभाग किया.

उन्होंने बताया कि स्नेह ने करीब 80 टूर्नामेंट भारत के अंदर खेले हैं. प्रतिभा की धनी स्नेह राणा महिला क्रिकेट जगत में पूरे देश का नाम रोशन कर रही हैं. इंग्लैंड में खेले गए डेब्यू मैच में स्नेह ने अपनी शानदार बल्लेबाजी से असंभव को संभव कर दिखाया. स्नेह 4 विकेट और 80 रन बनाने वाली भारत की पहली महिला खिलाड़ी बन गई हैं.

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बता दें कि स्नेह राणा देहरादून जिले के सिनौला गांव की रहने वाली है. स्नेह राणा रेलवे में तैनात हैं और अमृतसर में पोस्टेड हैं. इसके अलावा रेलवे की महिला क्रिकेट टीम की कैप्टन भी हैं. स्नेह की दो बहनें हैं. जबकि, उनके पिता का निधन हो चुका है. इंटरनेशनल क्रिकेट में स्नेह राणा गेंद और बल्ले दोनों से शानदार प्रदर्शन कर रही हैं. साथ ही उत्तराखंड के साथ देश का नाम रोशन कर रही हैं.

भारत की आक्रामक युवा बल्लेबाज शेफाली वर्मा और आलराउंडर स्नेह राणा को इंग्लैंड दौरे में शानदार प्रदर्शन के बाद जून के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के 'महीने की सर्वश्रेष्ठ महिला खिलाड़ी' पुरस्कार के लिए नामित किया गया. आलराउंडर स्नेह ने ब्रिस्टल में यादगार टेस्ट पदार्पण करते हुए दूसरी पारी में 154 गेंद में नाबाद 80 रन बनाए, जिससे भारतीय टीम फॉलोऑन खेलते हुए मैच ड्रॉ कराने में सफल रही. उन्होंने इंग्लैंड की पारी में 131 रन देकर चार विकेट भी चटकाए.

Last Updated : Jul 20, 2021, 10:04 PM IST
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