देहरादून: खिलाड़ियों के फिटनेस को लेकर क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड बड़ी पहल करने जा रहा है. जिसके तहत बोर्ड सीनियर पुरुष और महिला टीम के खिलाड़ियों की फिटनेस लेवल को बढ़ाने के लिए जेनेटिक टेस्ट कराने जा रहा है.
इस टेस्ट के जरिए हर खिलाड़ी के जेनेटिक डाटा का पता चलेगा, जिसके अनुसार खिलाड़ी के फिटनेस को सुधारा जाएगा. अनुसार के मुताबिक सीएयू आगामी घरेलू सत्र से पहले सीनियर पुरुष और महिला टीम के सदस्यों का जेनेटिक टेस्ट कराएगा. हर खिलाड़ी के जेनेटिक टेस्ट पर करीब 25 से 30 हजार रुपए का खर्च आएगा.
जेनेटिक फिटनेस टेस्ट से किसी भी व्यक्ति की फिटनेस, हेल्थ और न्यूट्रीशन समेत अन्य 40 से ज्यादा जीन्स के बारे में पता लग सकता है. इसके बाद फिर सभी खिलाड़ियों की जेनेटिक रिपोर्ट को एनवायर्नमेंटल डाटा से मिलाते हुए विश्लेषण किया जाएगा. इस टेस्ट का मकसद खिलाड़ियों की फिटनेस को बेहतर बनाना है. इसके साथ ही क्रिकेटर्स को इस टेस्ट के जरिए अपनी स्पीड इम्प्रूव, फैट बर्न करने, रिकवरी टाइम बढ़ाने और मसल्स बनाने में भी हेल्प मिलेगी.
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क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के सीनियर पुरुष और महिला टीम के कैंप में शामिल सभी खिलाड़ियों का टेस्ट कराया जाएगा. एक टीम के कैंप के लिए करीब 25 खिलाड़ियों का चयन किया जाता है. लिहाजा सीनियर पुरुष और महिला टीम के करीब 50 खिलाड़ियों का टेस्ट कराया जाना है. हालांकि हर खिलाड़ी के जेनेटिक टेस्ट पर करीब 25 से 30 हजार रुपए का खर्चा आएगा. ऐसे में कुल करीब साढ़े 12 लाख से 15 लाख रुपये तक का खर्च आएगा.
वहीं जानकारी देते हुए सीएयू के सचिव महिम वर्मा ने बताया कि उत्तराखंड क्रिकेट को एक कदम आगे ले जाने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है. उत्तराखंड सीनियर क्रिकेट टीम के सदस्यों का जेनेटिक टेस्ट कराने की तैयारी चल रही है. आगामी घरेलू सत्र शुरू होने से पहले सीनियर पुरुष और महिला टीम के खिलाड़ियों का टेस्ट करा लिया जाएगा.