देहरादून: नगर निगम कार्यकारिणी की बैठक में सालावाला वॉर्ड के पार्षद भूपेंद्र कठैत ने ट्रैक्टर-ट्रॉली में घोटाले के आरोप लगाए गए थे. मामले में कार्यकारिणी ने जांच के आदेश दिए थे. जिसके बाद अपर नगर आयुक्त ने जांच के बाद दोषियों को क्लीन चिट देकर रिपोर्ट को मीडिया के सामने सार्वजनिक कर दिया. लेकिन, पार्षद ने क्लीन चिट को गलत ठहराया है. उनका आरोप है कि नगर निगम के अधिकारी मेयर और आम जनता को बेवकूफ बनाने का काम कर रहे हैं. नगर-निगम राजस्व को चूना लगाने का काम कर रहा है.
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बता दें कि, 21 सितंबर को हुई नगर निगम कार्यकारिणी की बैठक में भूपेंद्र कठैत ने कुछ पार्षदों पर ट्रैक्टर-ट्रॉली अनुंबध को लेकर गंभीर आरोप लगाए थे. उन्होंने कुछ पार्षदों पर 45 ट्रैक्टर-ट्रॉली का अनुबंध करने के बाद वॉर्डों में सिर्फ 30 ट्रैक्टर-ट्रॉली चलाने का आरोप लगाया था. भूपेंद्र कठैत ने यह भी आरोप लगाया था कि ट्रैक्टर-ट्रॉली के चार फेरों की बजाय दो ही फेरे लगाये जा रहे हैं, जबकि भुगतान चार फेरों के हिसाब से हो रहा है.
वहीं, अब सालावाला पार्षद भूपेंद्र ने आरोप लगाते हुए कहा कि ट्रैक्टर ट्रॉली मामले में जो क्लीन चिट दी गई है, उससे गुमराह करने का काम किया जा रहा है. गलत तथ्य पर क्लीन चिट दी गई है. टेंडर से हुई 30 गाड़ियों का फिटनेस और आरसी नंबर भी नहीं है. साथ ही उनका आरोप है कि टेंडर से कूड़ा उठान में 2 करोड़ रुपए बचा लिए है. बल्कि 8 करोड़ का नगर निगम को चूना लग रहा है.