देहरादून: कोरोना वायरस का प्रकोप पूरे भारत मे बढ़ता जा रहा है. उत्तराखंड में भी कोरोना के मामले लगातार बढ़ने से लोग खौफजदा हैं. कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों की वजह से इसका खमियाजा रेलवे बोर्ड को भी उठाना पड़ रहा है.
भीड़ से बचने के लिए यात्री अपने टिकट कैंसिल करा रहे हैं. जिससे रेलवे को राजस्व का काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है. वहीं दिल्ली से आने वाली शताब्दी एक्सप्रेस आज करीब खाली ही आई है.
रेलवे निदेशक की मानें तो कल भी करीब साढ़े तीन सौ टिकट कैंसिल हुई थी और पिछले कई दिनों से लगातार टिकट कैंसिल हो रहे हैं. हावड़ा एक्सप्रेस को छोड़ कर सभी ट्रेनों में सीटें बची हुई हैं. वहीं रेलवे का मानना है कि कुछ दिन बाद स्थिति में सुधार आ जायेगा.
राज्य सरकार ने कोरोना को महामारी घोषित करते हुए इसके बचाव के उपायों की गाइडलाइन जारी की है. साथ ही स्कूल, कॉलेजों में छुट्टी के साथ लोगों से अनावश्यक यात्राओं से भी परहेज करने का आग्रह किया है. जिसका असर भी देखने को मिल रहा है.
ट्रेनों में सफर करने के लिए आमतौर पर यात्री 3 महीने पहले अपने टिकट बुक करा लेते हैं, लेकिन अब कोरोना वायरस के डर से यात्री अपना टिकट कैंसिल करा रहे हैं. कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते टिकट कैंसिल कराने वालों की संख्या में काफी इजाफा हो गया है. आमतौर पर पहले जहां डेढ़ सौ के करीब टिकट कैंसिल होते थे, वहीं अब संख्या 300 से पार चली गई है.
ये भी पढ़े: जौनसार बावर की महिलाएं कर रही कोरोना से 'जंग' की तैयारी, मास्क बनाने का मिला जिम्मा
देहरादून रेलवे स्टेशन निदेशक गणेश चंद ने बताया कि यात्री यात्रा से परहेज कर रहे हैं. जिस कारण टिकट कैंसिल करने वालों यात्रियों की संख्या बढ़ी है. कल भी 300 से अधिक यात्रियों ने टिकट कैंसिल कराए हैं. साथ ही हावड़ा एक्सप्रेस को छोड़कर सभी ट्रेनों में सीटें खाली पड़ी हैं. हमें उम्मीद है कि आगे चलकर स्थिति और रेलवे के राजस्व में सुधार होगा.