देहरादून: प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. ऐसे में मरीजों को कोरोना किट के लिए लंबी जद्दोजहद करनी पड़ रही है. उत्तराखंड के सबसे बड़े सरकारी दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में जांच कराने आए लोगों को कोरोना किट नहीं मिल पा रही है.
बीते 18 अप्रैल को उत्तराखंड के डीजी हेल्थ ने आदेश जारी करते हुए अधिकारियों से कहा था कि कोविड उपचार में काम आने वाली कोविड किट को रिपोर्ट में देरी होने पर लक्षण वाले रोगियों को दिए जाएं. समय से रिपोर्ट न आने पर लक्षण वाले लोगों को इस पैकेट में आइवरमेकटीन (तीन दिनों के लिए), एजिथ्रोमाइसीन (3 दिन के लिए), डॉक्सी (दस दिन के लिए), क्रोसिन 650, लिमसी 500, जिंकोला 50 और क्लेकिरोल सेचेट दवा दी जाएगी.
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लेकिन दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में जांच कराने आए रोगियों को दवा की किट नहीं मिल पा रही है. कोविड जांच सेंटर में सैंपल देते वक्त मरीज को कोरोना की शुरुआती दवा की किट देना अनिवार्य है, ताकि मरीजों को दवा देकर संक्रमण से बाहर निकाला जा सके.
वहीं, आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को कोरोना किट हासिल करने के के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. स्वास्थ्य विभाग की तरफ से होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को कोरोना किट उपलब्ध करवाने के लिए महत्वपूर्ण कांटेक्ट नंबर जारी किए गए थे. लेकिन अधिकतर कांटेक्ट नंबर या तो उठ नहीं रहे हैं या फिर टेंपरेरी आउट ऑफ सर्विस हैं. जिसकी वजह से मरीजों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है.