देहरादून: राजधानी के नीबूवल कौलागढ़ में रहने वाले हरि बल्लभ अवस्थी को ऑक्सीजन की आवश्यकता है. आर्मी में सूबेदार मेजर पद से रिटायर अवस्थी पिछले 8 दिन से कोरोना से पीड़ित हैं. अपने दो जवान बेटों को अवस्थी पहले ही खो चुके हैं, अब उनकी देखरेख उनकी बेटी ऊषा पंत कर रही हैं. ऊषा बताती हैं कि पिछले 48 घंटे से देहरादून के अलग-अलग जगहों पर उन्होंने कई कॉल किए और कई लोगों से संपर्क किया. लेकिन ऑक्सीजन सिलेंडर कहीं से मिल नहीं रहा है. अब उनके पिता की हालत खराब हो रही है.
ईटीवी भारत के ब्यूरो चीफ किरनकांत शर्मा से बात करते हुए ऊषा पंत ने बताया कि उनके पिता हरि बल्लभ अवस्थी की कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद बीते 6 दिन तक तबीयत ठीक थी. लेकिन बीते मंगलवार से उनकी हालत खराब हो रही है. डॉक्टरों का कहना है कि उन्हें ऑक्सीजन की आवश्यकता है, लेकिन जहां भी कॉल कर रहे हैं वहां से उन्हें हताशा ही हाथ लग रही है.
कई जगहों पर लोगों ने खाली सिलेंडर ले आने की बात कही. लेकिन कोई ऑक्सीजन सिलेंडर घर पर थोड़ी रखता है, जो आसानी से हमें उपलब्ध होगा. ऊषा पंत सरकार से आग्रह कर रही हैं कि अपना पूरा जीवन आर्मी को देने वाले हरि बल्लभ को सहायता की आवश्यकता है, उनकी मदद की जाए.
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ऊषा पंत के पास जितने भी कॉल आ रहे हैं, या वह जितने भी लोगों को कॉल कर रही हैं सब उन्हें सिर्फ उम्मीद और भरोसा ही दिला रहे हैं. 48 घंटे में कई कॉल इस तरह के आ चुके हैं. लिहाजा अब वो सरकार से वह आग्रह कर रही हैं कि देहरादून के अलग-अलग क्षेत्रों में जो बुजुर्ग और जो आर्मी से रिटायर लोग रह रहे हैं, सरकार और स्वास्थ्य विभाग उनकी देखरेख भी अच्छी तरह से करे. बता दें कि हरि बल्लभ के दो बेटे थे. एक आर्मी में और एक एयरफोर्स में, दोनों ही कई साल पहले दुनिया को अलविदा कह चुके हैं.