देहरादून: आने वाले लोकसभा चुनाव और नगर निकाय चुनाव को देखते हुए कांग्रेस ने अपना सदस्यता अभियान तेज कर दिया है. इसी कड़ी में आज दिल्ली से एपीआरओ मनोज भारद्वाज कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने विधानसभा प्रभारियों के साथ बैठक कर डिजिटल सदस्यता अभियान को लेकर चर्चा की. डिजिटल सदस्यता अभियान में उत्तराखंड के लिए 10 लाख नये सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा गया है.
बैठक में सदस्यता अभियान के अध्यक्ष राजेंद्र भंडारी ने सभी प्रभारियों का स्वागत किया. साथ ही उन्हें अभियान के उद्देश्य रणनीति और लक्ष्य से अवगत कराया. बैठक में विधानसभा और जिलेवार प्रभारियों ने भाग लेते हुए एपीआरओ मनोज भारद्वाज के समक्ष डिजिटल सदस्यता अभियान में आ रही व्यवहारिक दिक्कतों को रखा. बैठक का मुख्य उद्देश्य प्रदेश में गतिमान सदस्यता अभियान को सुगम और लक्ष्य तक पहुंचाना था, इस दौरान चुनाव में मिली हार पर भी चर्चा की गई.
पढ़ें- Uttarakhand Weather: उत्तराखंड में लगातार बढ़ रहा तापमान, दिन में घर से निकलना हुआ मुश्किल
मनोज भारद्वाज ने कहा कि पार्टी को इस चुनौतीपूर्ण समय में संगठन के भीतर ढांचागत बदलाव की जरूरत है. बैठक के दौरान भावी रणनीति पर भी गहन विचार विमर्श हुआ. साथ ही सदस्यता अभियान को लक्ष्य तक पहुंचाने के लिए प्रभारियों ने संकल्प लिया. अभियान को सफल बनाने के लिए बूथ और ब्लॉक स्तर की मजबूती पर सब एकमत नजर आए.
कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने कहा कि 16 दिसंबर 2021 को अपने सदस्यता अभियान के पहले चरण का आगाज कर दिया गया था, जिसके तहत प्रदेश के 70 विधानसभाओं में जिला संगठन और ब्लॉक संगठन के नेतृत्व में गांव-गांव और शहर शहर कार्यक्रम चलाने के लिए बैठकें की गई. उन्होंने कहा कि चुनाव से काफी समय हो चुका है, ऐसे में पुनः डिजिटल सदस्यता से शुरुआत की जा रही है. उत्तराखंड के लिए इसका लक्ष्य 10 लाख नए सदस्य बनाना है.
पढ़ें- पांच साल बाद 3 अप्रैल को होगी उत्तराखंड PCS परीक्षा, नैनीताल में बनाए गए 110 केंद्र
दरअसल, अप्रैल के पहले सप्ताह में दूसरे चरण की समाप्ति के बाद बूथ स्तर पर प्रत्येक बूथ पर एक क्रियाशील सदस्य बनाने का कांग्रेस पार्टी ने लक्ष्य रखा है. क्रियाशील सदस्यों में से ही ब्लॉक अध्यक्ष का चुनाव होगा. उसके बाद जिला अध्यक्षों का चुनाव किया जाएगा. इसके अलावा प्रत्येक संगठनात्मक ब्लॉक से एक पीसीसी सदस्य भी चुना जाएगा. आईसीसी सदस्य भी चुने जाएंगे. विधिवत प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव भी किया जाएगा. इस प्रक्रिया के बाद प्रदेश से चुने हुए डेलीगेट्स राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव में हिस्सा लेंगे.