देहरादून: केंद्र सरकार के स्मार्ट सिटी मिशन के तहत देहरादून शहर को संवारा जा रहा है. कांग्रेस ने स्मार्ट सिटी के अधिकारियों पर कार्यों में अनियमितताएं बरतने का आरोप लगाया है. अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व विधायक राजकुमार के नेतृत्व में कांग्रेसी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने स्मार्ट सिटी कार्यालय का घेराव किया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि स्मार्ट सिटी के अधिकारियों की लापरवाही के कारण आज देहरादून की जनता को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
पूर्व विधायक राजकुमार का कहना है कि स्मार्ट सिटी योजना के तहत 728 करोड़ रुपये की परियोजना जारी की गई थी. इसमें से अभी तक मात्र लगभग 268 करोड़ ही स्मार्ट सिटी कार्यों में खर्च किए गए हैं. परंतु यह भी व्यर्थ नजर आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी का कार्य जल संस्थान, जल निगम, पीडब्ल्यूडी और एमडीडीए के साथ तालमेल बैठाकर नहीं किया गया.
राजकुमार ने कहा कि कई क्षेत्रों में खुदाई के कारण सीवर लाइन और पानी की लाइनें टूटी पड़ी हैं, जो जनता के लिए परेशानी का सबब बन रही हैं. कई क्षेत्रों में पहले से ही पानी की लाइन है लेकिन वहां, फिर से नई लाइनें डाली जा रही हैं, जो जनता के पैसों की बर्बादी है. उन्होंने कहा कि इसी तरह स्मार्ट सिटी के कार्यों के नाम पर जनता के धन की बर्बादी करते हुए डिस्पेंसरी रोड स्थित एमडीडीए कॉम्प्लेक्स में शौचालय होने के बावजूद दोबारा करोड़ों रुपए का शौचालय बनाया जा रहा है.
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उन्होंने कहा कि कई क्षेत्रों में सीवर व पाइप की लाइनें मिल जाने के कारण लोगों के घरों में गंदा पानी आ रहा है. लोग गंदा पानी को पीने को मजबूर हैं. इसी तरह बलबीर रोड, करनपुर की नालियां, गुरुद्वारा रोड समय शहर के कई स्थानों पर आंतरिक गलियां खोद दी गईं, जिससे खुदाई के दौरान पाइप लाइनें टूट गई हैं, जिससे आम जनता को चलने में भारी दिक्कतें हो रही हैं.
पूर्व विधायक राजकुमार ने पलटन बाजार में लगी टाइलों का मुद्दा उठाते हुए कहा कि घटिया गुणवत्ता की टाइलों की वजह से आए दिन लोग गिरकर चोटिल हो रहे हैं, लेकिन स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अधिकारी चैन के नींद सोए हुए हैं.
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कांग्रेसियों ने अपनी मांगों को लेकर स्मार्ट सिटी के संबंधित अधिकारियों को एक ज्ञापन भी प्रेषित किया है, इसमें डिस्पेंसरी रोड पर बनाए जा रहे डिवाइडर से आम जनता की परेशानियों को भी रखा गया है. कांग्रेस जनों का कहना है कि इससे जाम की स्थिति उत्पन्न हो रही है.
पूर्व विधायक राजकुमार ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं होती है, तो आने वाले समय में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अधिकारियों के कार्यालयों पर ताले लगाकर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा और इनकी कमीशन खोरी बंद करेंगे.