देहरादूनः कोरोना काल में राज्य सरकार ने उपभोक्ताओं को महंगी बिजली का झटका दिया है. उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग ने बिजली की नई दरें जारी कर दी हैं. विद्युत दरें महंगी होने से नाराज कांग्रेस ने सरकार पर निशाना साधा है.
कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी का कहना है कि कोरोना की दूसरी लहर में जनता त्रस्त है, लेकिन सरकार ऐसे वक्त में भी मुनाफा कमाने में जुटी है. इसे राज्य सरकार की संवेदनहीनता ही कहा जाएगा कि एक और कोरोना महामारी ने आम जनता की कमर तोड़ दी है, तो वहीं राज्य सरकार के विद्युत नियामक आयोग ने बिजली की दरों में इजाफा कर दिया है. सरकार को यह फैसला लेने से पहले सोचना चाहिए था कि, क्या बिजली की दरों को बढ़ाने का यह सही वक्त है.
गरिमा ने कहा कि कोरोना संक्रमण से लोगों की जानें जा रही हैं, अस्पताल कोविड मरीजों से भरे हुए हैं. इस संक्रमण काल में व्यापारियों का व्यापार चौपट होता जा रहा है, लेकिन राज्य सरकार मुनाफा कमाने के लिए बिजली और पानी की दरें बढ़ाने में लगी हुई है.
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वहीं कांग्रेस उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप ने भी विद्युत दरें बढ़ाए जाने के बाद सरकार की तीखी आलोचना की है. उन्होंने इस फैसले की निंदा करते हुए कहा कि कोविड काल में सरकार ने यह फैसला लेकर अच्छा नहीं किया है. उन्होंने बिजली के दामों में की गई वृद्धि को तत्काल वापस लिए जाने की मांग की है.
कांग्रेस ने साफ तौर पर राज्य सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि पार्टी इस तरह का शोषण बर्दाश्त नहीं करेगी. बता दें कि उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग ने नई दरें लागू करते हुए करीब 3.54 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर दी है.