देहरादूनः कांग्रेस नेता और बद्री केदार मंदिर समिति के पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने एनआईटी के मुद्दे पर त्रिवेंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया है. उन्होंने कहा मौजूदा सरकार लगातार पुराने कार्यों के नए शिलान्यास करने के बाद आगे बढ़ाने का प्रयास कर रही है. ऐसे में बीजेपी सरकार झूठी वाहवाही लूटना चाहती है. जबकि, हरीश सरकार ने एनआईटी का शिलान्यास कर दिया था. लिहाजा, एक बार फिर से उत्तराखंड सरकार शिलान्यास करने जा रही है.
बदरी केदार मंदिर समिति के पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने एनआईटी का शिलान्यास किए जाने को लेकर बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि एनआईटी के विकास कार्य का हरीश रावत के कार्यकाल में विधिवत शिलान्यास हो चुका है, उस दौरान एनआईटी के लिए बजट भी स्वीकृत कर दिया गया था, लेकिन हरीश सरकार के कार्यकाल के बाद एनआईटी के कार्य को रोक दिया गया. जिसके बाद जगह-जगह कांग्रेसी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने एनआईटी का काम रोके जाने के विरोध में आंदोलन किए. तब बीजेपी सरकार ने मजबूर होकर बीते 19 अक्टूबर को श्रेय लेने की होड़ में दोबारा एनआईटी का शिलान्यास कर दिया.
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उन्होंने कहा कि इस दौरान बीजेपी सरकार ने एनआईटी के कार्यों को चार साल तक लंबित रखने का काम किया है. बीजेपी सरकार की ओर से 19 अक्टूबर को दोबारा किए गए शिलान्यास के मौके पर मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत समेत स्थानीय विधायक मौजूद रहे, लेकिन बताया जा रहा है कि एनआईटी की एक बार फिर आगामी 24 तारीख को शिलान्यास किए जाने की तैयारी की जा रही है.
गोदियाल ने त्रिवेंद्र सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यह कोई नए प्रकार का शिलान्यास होने जा रहा है. जिसमें इस बार मुख्यमंत्री को अलग करते हुए एचआरडी मिनिस्टर और प्रदेश के उच्च शिक्षा मौजूद रहेंगे. उन्होंने कहा कि हमें इस बात की कोई आपत्ति नहीं है कि शिलान्यास पट्ट में किसका नाम अंकित किया जाएगा, लेकिन उत्तराखंड की जनता और श्रीनगर गढ़वाल के निवासी सरकार के क्रियाकलापों को देखकर अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे हैं.