देहरादून: राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने आज गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाए जाने पर स्वीकृति दे दी है. जिसके बाद अब प्रदेश में एक बार फिर से गैरसैंण को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं. प्रदेश के मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाना मात्र औपचारिकता बताया है. कांग्रेस का कहना है कि गैरसैंण का विकास कांग्रेस ने ही किया है.
कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि गैरसैंण हमेशा से ही कांग्रेस की प्राथमिकता में था. गैरसैंण में विधानसभा और सचिवालय कांग्रेस ने ही बनवाया है. कांग्रेस कार्यकाल के दौरान ही वहां कैबिनेट की बैठक की गई. गैरसैंण की सारी अवस्थापना और विकास का काम कांग्रेस कार्यकाल के दौरान ही हुआ है. बीजेपी सिर्फ इस पर मुहर लगवाकर वाह-वाही बटोर रही है.
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उन्होंने कहा सरकार कांग्रेस के विकास कार्यों को आगे बढ़ाती तो अच्छा होता. धस्माना ने कहा कांग्रेस ने गैरसैंण में विकास की जो लकीर खींची थी, सरकार उससे भी बड़ी लकीर खींच कर दिखाये. उन्होंने कहा कि ग्रीष्मकालीन राजधानी का श्रेय भी कांग्रेस को ही जाता है.
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बता दें त्रिवेंद्र सरकार ने चमोली जिले के गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने की घोषणा की थी, आज इस प्रस्ताव पर उत्तराखंड की राज्यपाल ने मुहर लगा दी है. लेकिन कांग्रेस ने इसे मात्र औपचारिकता बताते हुए राज्य सरकार पर पलटवार किया है.