देहरादून: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने सीएम त्रिवेंद्र रावत के उस बयान की कड़ी निंदा की है, जिसमें उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन में पाकिस्तान से इंवॉल्वमेंट के सबूत मिले हैं. प्रीतम सिंह ने सीएम त्रिवेंद्र रावत पर कटाक्ष करते हुए हुए कहा कि यह बयान सीएम त्रिवेंद्र रावत ने सुबह, दिन या फि शाम को दिया है, यह निर्भर करता है. उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री के पास इंटेलिजेंस इनपुट हैं, तो क्या देश के प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री और गृह मंत्री सो रहे थे ?
प्रीतम सिंह ने कहा कि जब मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के पास इतनी सारी जानकारियां मौजूद हैं, तो उन्हें इन जानकारियों को केंद्र से साझा करना चाहिए था. उन्होंने सीएम त्रिवेंद्र रावत को नसीहत देते हुए कहा कि त्रिवेंद्र रावत को समझना चाहिए कि वो सरकार में हैं, न कि विपक्ष में. इसलिए सीएम त्रिवेंद्र रावत अनर्गल आरोप लगाना बंद करें. प्रीतम सिंह ने इसे किसान आंदोलन को बदनाम करने की साजिश करार दिया है. प्रीतम सिंह ने सरकार पर यह भी आरोप लगाया कि वैश्विक महामारी कोरोना के दौरान मोहम्मद साद पर आरोप लगाने के बावजूद सरकार उसकी धरपकड़ करने में नाकाम साबित हुई है.
प्रीतम सिंह ने केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि आज बालाकोट स्ट्राइक की व्हाट्सएप चैट पूरे देश के सामने है. यह बात उजागर हो गई है कि एक तथाकथित चैनल के मालिक को इस तरह की गोपनीय सूचनाएं पहले से ही प्राप्त थीं. लेकिन इस पर सरकार का कोई भी नुमाइंदा अपनी जुबान खोलने को तैयार नहीं है. प्रीतम सिंह ने 26 जनवरी के घटनाक्रम को अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार रणनीति के तहत देश के किसान और जवान को लड़ाने का काम कर रही है.
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प्रीतम सिंह ने केंद्र सरकार पर उस विवादास्पद व्यक्ति पर भी कोई कार्रवाई ना किए जाने का आरोप लगाया है, जिसकी फोटो भाजपा के एक सांसद के अलावा गृह मंत्री से लेकर प्रधानमंत्री के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. उन्होंने कहा कि यह सब ने देखा कि जिसने लाल किले की गरिमा को तार-तार किया है. आखिर इस व्यक्ति पर किसके संरक्षण के तहत कार्रवाई नहीं हो पा रही है.