देहरादून: उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को लेकर एक बार फिर उत्तराखंड में राजनीति गर्मा गई है. दरअसल, शनिवार को ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का लोगो और वेबसाइट लॉन्च किए जाने को लेकर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें सीएम धामी ने समिट का लोगो और वेबसाइट लॉन्च की. जिसके बाद कांग्रेस ने सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं.
भाजपा की कथनी और करनी में फर्क : कांग्रेस ने सवाल उठाते हुए कहा कि राज्य सरकार ने इस बात का जिक्र किया था कि राजधानी देहरादून में होने वाले सभी सरकारी कार्यक्रम मुख्यमंत्री सेवा सदन में कराए जाएंगे. जिससे बेफिजूल खर्च को कम किया जा सकेगा, लेकिन इसके बावजूद इन्वेस्टर्स समिट का लोगों और वेबसाइट लॉन्च करने के लिए एक निजी होटल में कार्यक्रम आयोजित किया गया. जिसमें लाखों रुपए खर्च किए गए. ऐसे में भाजपा की कथनी और करनी में बड़ा फर्क है.
शीशपाल सिंह ने उठाए सवाल: कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल सिंह ने कहा कि इस आपदा सीजन के दौरान हजारों करोड़ों रुपए की सरकारी संपत्ति को नुकसान हुआ है. सरकार के पास इतना बजट नहीं है कि इस नुकसान को झेल सके. यही नहीं, जिन किसानों की फैसलों को नुकसान हुआ है, उनको पर बीघा 1100 रुपए दिए जा रहे हैं, जिससे किसान आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं. ऐसे में राज्य सरकार लाखों रुपए खर्च करके लोगो लॉन्च करने के लिए बड़े-बड़े और निजी होटल में कार्यक्रमों को आयोजित कर रही है.
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2022 में सीएम ने सीएम को दिए थे निर्देश: साल 2022 में 9 जुलाई को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सीएस को इस बाबत निर्देश दिए थे कि राजधानी में होटल या निजी स्थान में सरकारी कार्यक्रम करने के बजाए मुख्यमंत्री सेवा सदन में कार्यक्रम आयोजित किए जाए. साथ ही सभी जिलों के लिए भी इस बाबत आदेश जारी कर दिए, ताकि सरकारी फिजूलखर्ची को कम किया जा सके. हालांकि, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश के बाद कुछ समय तक तो इसे फॉलो किया गया, लेकिन फिर सरकारी कार्यक्रम निजी होटल में आयोजित होने लगे.
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