देहरादून: प्रदेश में किसानों की समस्याओं को लेकर कांग्रेसियों ने प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में सरकार के खिलाफ एक दिवसीय धरना देकर सांकेतिक उपवास रखा. इस धरने में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी शामिल हुए. इस दौरान कांग्रेसियों ने अपर सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन भी सौंपा.
इस दौरान पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि प्रदेश में किसानों के कई महत्वपूर्ण मुद्दे लंबे समय से लंबित पड़े हुए हैं. जिसमें किसानों की कर्ज माफी की घोषणा भी शामिल है. इसके अलावा उत्तराखंड में गन्ना किसानों का अभीतक बकाया भुगतान नहीं हो पाया है. दूसरी तरफ किसानों की जो फसल बारिश और ओलावृष्टि से नष्ट हो गई थी, उसका अभीतक मुआवजा नहीं मिला है.
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हरीश रावत ने कहा कि किसानों को मंडियों में जो सुविधाएं मिलनी चाहिए थी, वह नहीं मिल रही है. प्रदेश का किसान आज अपने आपको ठगा सा महसूस कर रहा है. किसानों के पास इनता भी धन नहीं है कि वो आगे की फसल की बुआई कर सकें. यदि वे कही से कर्ज ले भी रहा है तो उसे यूरिया खरीदने में लगा देता है. क्योंकि राज्य में यूरिया की कमी बनी हुई है.
इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष प्रीतस सिंह ने भी राज्य सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि 2017 के विधानसभा चुनाव में डबल इंजन की सरकार ने किसानों से ऋण माफी का वादा किया था, जो आजतक पूरा नहीं हुआ. गन्ना किसानों का अभीतक बकाया भुगतान नहीं हुआ है. यदि इस दिशा में सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया तो कांग्रेस बड़े स्तर प्रदेशभर में आंदोलन करेगी.