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कानून बनाकर पूर्व मुख्यमंत्रियों की सुविधाएं बहाल करेगी सरकार, कांग्रेस ने किया विरोध

पूर्व मुख्यमंत्रियों की सुविधाएं बहाल करने के लिए त्रिवेंद्र सरकार कानून ला रही है, हालांकि मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस इसका विरोध कर रही है.

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह.
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Published : Aug 19, 2019, 3:29 PM IST

देहरादून: पूर्व मुख्यमंत्रियों को दी गई सुविधाओं के मामले को लेकर हाई कोर्ट में हार का सामना कर चुकी प्रदेश सरकार अब कानून बनाकर सुविधाओं को बहाल करने की तैयारियां कर रही है, लेकिन कांग्रेस पूर्व मुख्यमंत्रियों को सुविधाएं दिए जाने के पक्ष में नहीं है. जिसके चलते कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्रियों को प्रदेश में सुविधाएं नहीं मिलनी चाहिए. ऐसा होने पर प्रदेश की अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा.

पूर्व मुख्यमंत्री सुविधा अध्यादेश पर कानून बनाने को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने सरकार पर साधा निशाना.

बता दें कि बीते 13 अगस्त को हुई मंत्रिमंडल की बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री सुविधा अध्यादेश 2019 को मंजूरी दी जा चुकी है. जबकि कांग्रेस ने त्रिवेंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि सरकार न्यायालय के आदेश का पालन नहीं कर रही है. हाईकोर्ट का निर्णय है, कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्रियों को कोई सुविधा नहीं मिलनी चाहिए, लेकिन सरकार कानून बनाकर पूर्व मुख्यमंत्रियों की सुविधाएं बहाल करने की तैयारी कर रही है.

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कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि हाई कोर्ट ने पूर्व मुख्यमंत्रियों को सुविधाएं नहीं देने का निर्णय लिया है. ऐसे में सरकार न्यायालय के आदेशों का आदर क्यों नहीं कर रही है. हाई कोर्ट के निर्णय का सरकार को स्वागत करना चाहिए. साथ ही फैसले का पालन भी करना चाहिए. यदि ऐसा किया गया तो प्रदेश की अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा.

देहरादून: पूर्व मुख्यमंत्रियों को दी गई सुविधाओं के मामले को लेकर हाई कोर्ट में हार का सामना कर चुकी प्रदेश सरकार अब कानून बनाकर सुविधाओं को बहाल करने की तैयारियां कर रही है, लेकिन कांग्रेस पूर्व मुख्यमंत्रियों को सुविधाएं दिए जाने के पक्ष में नहीं है. जिसके चलते कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्रियों को प्रदेश में सुविधाएं नहीं मिलनी चाहिए. ऐसा होने पर प्रदेश की अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा.

पूर्व मुख्यमंत्री सुविधा अध्यादेश पर कानून बनाने को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने सरकार पर साधा निशाना.

बता दें कि बीते 13 अगस्त को हुई मंत्रिमंडल की बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री सुविधा अध्यादेश 2019 को मंजूरी दी जा चुकी है. जबकि कांग्रेस ने त्रिवेंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि सरकार न्यायालय के आदेश का पालन नहीं कर रही है. हाईकोर्ट का निर्णय है, कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्रियों को कोई सुविधा नहीं मिलनी चाहिए, लेकिन सरकार कानून बनाकर पूर्व मुख्यमंत्रियों की सुविधाएं बहाल करने की तैयारी कर रही है.

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कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि हाई कोर्ट ने पूर्व मुख्यमंत्रियों को सुविधाएं नहीं देने का निर्णय लिया है. ऐसे में सरकार न्यायालय के आदेशों का आदर क्यों नहीं कर रही है. हाई कोर्ट के निर्णय का सरकार को स्वागत करना चाहिए. साथ ही फैसले का पालन भी करना चाहिए. यदि ऐसा किया गया तो प्रदेश की अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा.

Intro:पूर्व मुख्यमंत्रियों को सुविधाएं दिए के मामले में हाईकोर्ट में हार का सामना कर चुकी प्रदेश सरकार अब कानून बनाकर सुविधाओं को बहाल करने जा रही है। लेकिन पूर्व मुख्यमंत्रियों को सुविधाएं दिए जाने को लेकर कांग्रेस इसकी पक्षधर नहीं है। कांग्रेस ने इसी बहाने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है।Body:कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने निशाना साधते हुए कहा कि जब हाईकोर्ट में यह निर्णय लिया है कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री को कोई सुविधाएं नहीं मिलने चाहिए, ऐसे में सरकार न्यायालय के आदेशों का आदर क्यों नहीं कर रही है। हाई कोर्ट में जो निर्णय दिया है इस निर्णय का सरकार को स्वागत भी करना चाहिए और इसका पालन भी करना चाहिए। पूर्व मुख्यमंत्रीयों को सुविधाएं देने की बात अब इस प्रदेश में नहीं होनी चाहिए। पीपी प्रदेश के अंदर ना जाने कितने मुख्यमंत्री होंगे उन तमाम मुख्यमंत्रियों को यदि सरकार सुविधाएं देने का काम करेगी तो स्वाभाविक है कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था पर इसका प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने साफ किया कि ये कहना कदाचित अनुचित है कि साले मुख्यमंत्री बीजेपी के ही हैं, उन्होंने कहा कि कांग्रेस से मुख्यमंत्री बनकर कुछ बीजेपी में चले गए। उन्होंने बताया कि इस प्रदेश में अभी तक 4 सरकारें बनी है जिसने से तीन मुख्यमंत्री कांग्रेस के रहे हैं जबकि पांच मुख्यमंत्री बीजेपी के कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने प्रदेश में सुविधाएं नहीं मिलनी चाहिए क्योंकि छोटा प्रदेश होने के नाते इस प्रदेश की अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।
बाइट प्रीतम सिंह, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्षConclusion:गौरतलब है कि बीते 13 अगस्त को हुई मंत्रिमंडल की बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री सुविधा अध्यादेश 2019 को मंजूरी दी जा चुकी है। जबकि कांग्रेस में त्रिवेंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि सरकार न्यायालय के आदेश का पालन नहीं कर रही है जब हाईकोर्ट में यह निर्णय दिया है कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री को कोई सुविधा नहीं मिलनी चाहिए, लेकिन सरकार कानून बनाकर अब पूर्व मुख्यमंत्रियों की सुविधाएं बहाल करने की तैयारी कर रही है
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