देहरादून: सरकार ने कुंभ मेले की अवधि घटाने के संकेत दिए हैं. हरिद्वार कुंभ मेले के लिए एसओपी जारी करने का फैसला मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत लेंगे. मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने कुंभ के आयोजन को लेकर त्रिवेंद्र सरकार को पूरी तरह से नाकाम बताया है. कांग्रेस का कहना है कि कोरोना का बहाना बनाकर सरकार कुंभ की समयावधि कम करने की कोशिश में है, जो धर्म विरुद्ध है. खुद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह कई बार कुंभ के निर्माण कार्य को लेकर सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा चुके हैं.
इधर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि जब सरकार लॉकडाउन में शराब की दुकानें खोल सकती है. प्रदेश भर में रेस्टोरेंट, मॉल सिनेमा घर, स्कूल कोचिंग सेंटर सब कुछ खोलने के आदेश दे दिए गए हैं. इसका मतलब है कि सरकार यह मान चुकी है कि कोरोना अब समाप्ति की ओर है. मगर कोरोना का बहाना करके सरकार कुंभ की अवधि कम करने की कोशिश कर रही है.
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सूर्यकांत धस्माना का कहना है कि कुंभ का पहला स्नान सवा महीने बाद है. ऐसे में आखिर क्यों सीमित अवधि का निर्णय लिया जा रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार की तैयारियां कुंभ को लेकर आधी अधूरी हैं. ऊपर से सरकार आने वाले श्रद्धालुओं की स्क्रीनिंग व टेस्टिंग की व्यवस्था करने में भी सक्षम नहीं है. उन्होंने कहा सरकार ने कुंभ के आयोजन में 4 हजार करोड़ रुपए अभी तक खर्च नहीं कर पाई है.
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कांग्रेस का कहना है कि पूरी दुनिया के सनातन परंपरा के लोग कुंभ में स्नान के लिए बिना किसी बुलावे के आते हैं. इसके साथ ही कांग्रेस कहा इसकी तिथियां सनातन हिंदू पंचांग से निकलती हैं ना कि सरकारी नोटिफिकेशन से. ऐसे में त्रिवेंद्र सरकार धार्मिक मान्यताओं परंपराओं का उल्लंघन कर महापाप कर रही है. जिसको प्रदेश की जनता कभी माफ नहीं करने वाली है.