देहरादून: पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस और खाद्यन्न तेल के बढ़ते दामों से आम जनमानस त्रस्त है. हालात यह है कि आम जनता को इस महंगाई में अपना घर चलाना मुश्किल हो रहा है. लेकिन भाजपा नेता बढ़ती महंगाई के लिए कोरोना को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. वहीं, बढ़ती महंगाई को कांग्रेस लगातार मुद्दा बनाकर सरकार को घेरने में लगी हुई है.
भाजपा नेता शादाब शम्स ने महंगाई को लेकर कांग्रेस के प्रदर्शन पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि विपक्ष महंगाई को मुद्दा बनाते आ रहा है, उन्होंने कहा कि महंगाई आज नहीं बढ़ी है, बल्कि 2002 से 2007, 2007 से 2012, 2012 से 2017 और 2017 से 2022 में भी इसी तरह महंगाई बढ़ती आ रही है. लेकिन भाजपा सरकार आने पर प्रधानमंत्री मोदी ने देश की जनता से महंगाई पर नियंत्रण लगाने का वायदा किया था. किंतु कोरोना में पूरे दुनिया की इकोनॉमी ध्वस्त हो गई है, ऐसे में महंगाई पर असर पड़ना लाजिमी है.
पढ़ें-हरीश रावत की 'गुगली' में फंसी BJP, सक्रियता ने बढ़ाई परेशानियां
वहीं, कांग्रेस ने बढ़ती महंगाई पर भाजपा नेता के बयान को शर्मनाक बताते हुए कहा कि कोरोना की आड़ में भाजपा अपनी कमजोरियों को छिपा रही है. कांग्रेस प्रवक्ता डॉ. आरपी रतूड़ी का कहना है कि कोरोना की वजह से जनता पर रोजगार छीनने और बढ़ती महंगाई की दोहरी मार पड़ी है, और जो महंगाई 2013 तक भाजपा को डायन नजर आती थी आज भाजपा की सहेली बन गई है. उन्होंने कहा कि भाजपा महंगाई पर काबू पाने में फेल साबित हुई है.