मसूरी: उत्तराखंड कांग्रेस अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व विधायक राजकुमार ने प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार कोरोना संक्रमण से निपटने में पूर्ण रूप से विफल रही है.
उन्होंने नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश को देहरादून के मैक्स अस्पताल में रूम न मिलने का मुद्दा उठाया. साथ ही कहा कि उन्हें देहरादून में इलाज नहीं मिल पाया, जिसकी वजह से इंदिरा हृदयेश को इलाज के लिए दिल्ली जाना पड़ा. ऐसे में आम आदमी को मिलने वाली सुविधाएं का अंदाजा लगाया जा सकता है. दून अस्पताल का हाल बेहाल है. कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए वहां मरीजों के लिए बेड उपलब्ध नहीं हैं. अस्पताल में एक्स-रे और सीटी स्कैन की मशीनों को बंद कर दिया गया है, जबकि कोरोना के साथ अन्य बीमारियों को लिये अस्पताल में सभी मशीनों को संचालित किया जाना जरूरी है.
कांग्रेस नेता राजकुमार ने कहा कि सरकार द्वारा अनुसूचित जाति के लिए चलाई जा रही योजनाओं के तहत भी बड़ा घोटाला किया जा रहा है. समाज कल्याण विभाग द्वारा विभिन्न प्रकार की पेंशन को सही समय से लाभार्थियों को नहीं दिया जा रहा है, जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
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उन्होंने आगे कहा कि मलिन बस्तियों के मालिकाना हक के लिए वह लगातार लड़ाई लड़ते रहे हैं, लेकिन वर्तमान की भाजपा सरकार मलिन बस्तियों को ही हटाने का काम कर रही है. मसूरी के शिफन कोर्ट से 84 परिवारों को मसूरी पुरुकुल रोपवे प्रोजेक्ट के नाम पर बेघर कर दिया गया है. उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है.
राजकुमार ने आरोप लगाया कि केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार जनविरोधी नीतियों के तहत काम कर रही है. जिसका खामियाजा भाजपा को 2022 के चुनाव में भुगतना होगा. कांग्रेस पार्टी जनता के सहयोग से 2022 में एक बार फिर से उत्तराखंड में सरकार बनाएगी.