देहरादून: धामी सरकार में दायित्व धारियों के मानदेय और सुविधाओं को लेकर जारी आदेश के बाद जहां कांग्रेस के नेता सरकार पर हमलावर हैं तो वहीं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इस मामले में सीएम धामी की सराहना की है. हरीश रावत का कहना है कि दायित्व धारियों के मसले पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ज्यादा संयम से काम ले रहे हैं.
सीएम धामी 21 नेताओं को सौंप चुके दायित्व: गौर हो कि उत्तराखंड में पिछली लोकसभा चुनाव से पहले से ही दायित्व बंटवारे की मांग चली आ रही थी. ऐसे में धामी सरकार ने दायित्वों की पोटली खोली. सबसे पहले सीएम धामी ने 27 सितंबर को 10 नेताओं को दायित्व सौंपे. इसके बाद 14 दिसंबर को 11 नेताओं को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी. अब दायित्व धारियों के मानदेय और सुविधाओं को लेकर आदेश जारी किए गए हैं. जिस पर अब सियासत होने लगी है.
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हरदा ने की सीएम धामी की सराहना: वहीं, दायित्व धारियों के मामले पर पूर्व सीएम हरीश रावत का कहना है कि यह प्रत्येक सरकार करती आई है और यह पद इसीलिए बनाए गए हैं. उनके मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने कई गुना ज्यादा लोगों को दायित्व सौंपे और दायित्व सृजित भी किए. उन्होंने कहा कि इस मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ज्यादा संयम से काम ले रहे हैं, लेकिन बीजेपी के उन नेता और कार्यकर्ताओं के लिए तकलीफ है, जिनका हक बनता है. उनको दायित्व दिया जाना चाहिए.
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पूर्वी सीएम हरीश रावत ने कहा कि दायित्व दिए जाने के बाद सरकार के काम करने में सहूलियत होती है. दायित्व धारी फैसिलिटेटर का काम करते हैं. हालांकि, सरकार ने अपने मंत्रियों का कोटा पूरा नहीं किया है. ऐसे में चार या छह मंत्रियों के भरोसे राज्य नहीं चल सकता है. इसलिए सरकार को कई सारे वर्किंग हैंड की जरूरत है. इसलिए धामी सरकार की तरफ से बनाए गए दायित्व धारी अच्छे वर्किंग हैंड का काम कर सकते हैं. बशर्ते यह इस बात पर निर्भर करता है कि सरकार उनसे क्या काम ले रही है?