देहरादून: पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आज विभिन्न मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला. उन्होंने देश के आर्थिक हालातों पर सवाल उठाते हुए केंद्र सरकार को घेरा है. हरीश रावत ने कहा विकास का जो मॉडल केंद्र सरकार ने दिखाया था, वह खोखला साबित हुआ है. हरीश रावत ने कहा अगर कांग्रेस सत्ता में आती है तो आर्थिक न्याय की दिशा में काम करेगी. उन्होंने कहा केंद्र और राज्य सरकार अप्रत्यक्ष रूप से आरक्षण को भी खत्म करना चाह रही है. उन्होंने कहा केंद्र सरकार की आर्थिक नीतियां केवल अमीरों के लिए हैं, सरकारी पदों को नहीं भरना भी आरक्षण को खत्म करना है.
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा अमीरों और गरीबों के बीच की खाई और ज्यादा बड़ी होती जा रही है. ऐसे में कांग्रेस यदि सत्ता में आती है तो ऐसी नीतियों को लागू किया जाएगा जिससे अमीरी और गरीबी की खाई को कम किया जा सके, ताकि लोगों की क्रय शक्ति बढ़ सके. उन्होंने कहा गरीब, निम्न मध्यम वर्ग और निम्न आय वर्ग के लोगों की आमदनी को ही विकास का मानक मानेंगे.
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हरीश रावत ने कहा महिला आरक्षण पर भाजपा को साढ़े 9 साल बाद याद आई. इस आरक्षण को भी लटकाने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा भाजपा ने ही राज्यसभा में महिला आरक्षण का विरोध किया था, जब उस वक्त बीजेपी ने विरोध किया था. अब आरक्षण को लटकाने का काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा 2024 और 2027 के चुनाव में कांग्रेस अंकिता भंडारी हत्याकांड को प्रमुखता से उठाने के साथ ही किसानों, दलितों के मुद्दों को भी जोर-जोर से उठाएगी. उन्होंने भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी की ओर से बसपा सांसद दानिश अली पर की गई अमर्यादित टिप्पणी का मामला उठाते हुए कहा कि बिधूड़ी पर हेट स्पीच का मामला चलाया जाना चाहिए. इसके साथ ही भाजपा को तत्काल रमेश बिधूड़ी को निलंबित कर देना चाहिए.
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