ETV Bharat / state

रुड़की में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं का जूतमपैजार मामला पहुंचा अनुशासन समिति के पास, जुटा रहे जानकारी

अनुशासन समिति ने खुद इस मामले का संज्ञान लिया है.

अनुशासन समिति ने लिया संज्ञान.
author img

By

Published : Mar 8, 2019, 8:06 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड कांग्रेस में गुटबाजी कम होने का नाम नहीं ले रही है. आए दिन पार्टी के अंदर मनमुटाव की खबरें आती रहती हैं. ताजा मामला गुरुवार को रुड़की में देखने को मिला, जहां हरिद्वार लोकसभा सीट पर रायशुमारी लेने पहुंचे पर्यवेक्षक महेंद्र पाल के सामने कांग्रेस के दो गुट आपस में भिड़ गए. इस मामले में अनुशासन समिति ने संज्ञान लिया है.

अनुशासन समिति ने लिया संज्ञान.

पढ़ें-शुक्रवार से उत्तराखंड में फिर से बदलेगा मौसम का मिजाज, कई इलाकों में होगी बारिश

बता दें गुरुवार को पर्यवेक्षक महेंद्र पाल रुड़की पहुंचे थे. यहां डाक बगले में हरिद्वार लोकसभा सीट पर प्रत्याशी के चयन को लेकर एक बैठक आहुत की गई थी. बैठक में कोई हरीश रावत जिंदाबाद के नारे लगा रहा था तो कोई पूर्व मंत्री संजय पालीवाल का नाम लेकर नारेबाजी कर रहा था. देखते ही देखते दोनों गुटों में नारेबाजी को लेकर कहासुनी होने लगी और मामला इतना बढ़ गया कि दोनों गुट मारपीट पर उतारु हो गए. इस दौरान बैठक में अफरातफरी का माहौल रहा. हालांकि बाद में वरिष्ठ नेताओं के बीच में आने के बाद मामला शांत कराया गया.

इस मसले पर अनुशासन समिति के अध्यक्ष प्रमोद कुमार ने कहा कि अभी तक रुड़की से किसी कार्यकर्ता और नेता की शिकायत नहीं पहुंची है. हालांकि अनुशासन समिति ने खुद इस मामले का संज्ञान लिया है. समिति जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्षों से सूचनाएं लेने की तैयारी में है.
उन्होंने कहा कि यह स्वाभाविक है कि लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, ऐसे में प्रदेश कांग्रेस कमेटी और उत्तराखंड प्रभारी द्वारा पांचों लोकसभा सीटों के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए हैं. ऐसे में छोटे-मोटे विवाद होना स्वभाविक है. अगर कोई घटना अनुशासन समिति के संज्ञान में लाई जाएगी तो नोटिस जारी करके जवाब तलब किया जाएगा. यदि आवश्यकता पड़ी तो अनुशासन तोड़ने वालों पर जरूरी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी.

पढ़ें-राहुल गांधी की रैली को लेकर कांग्रेसियों ने कसी कमर, कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के दायित्व पर मंथन

लोकसभा चुनाव नजदीक हैं ऐसे में आगामी 16 मार्च को राहुल गांधी का दौरा भी प्रस्तावित है. कांग्रेस ने राहुल गांधी की जनसभा को ऐतिहासिक बनाने की कवायद में लगी है. ऐसे में रुड़की में दोनों खेमों के बीच हुई मारपीट और हंगामे की घटना पर अनुशासन का चाबुक चलेगा इसके आसार कम ही लगे रहे हैं. हालांकि कांग्रेस पार्टी इस घटना को कार्यकर्ताओं की स्वाभाविक प्रक्रिया बताते हुए अपना पल्ला झाड़ने की कोशिश कर रही है.

देहरादून: उत्तराखंड कांग्रेस में गुटबाजी कम होने का नाम नहीं ले रही है. आए दिन पार्टी के अंदर मनमुटाव की खबरें आती रहती हैं. ताजा मामला गुरुवार को रुड़की में देखने को मिला, जहां हरिद्वार लोकसभा सीट पर रायशुमारी लेने पहुंचे पर्यवेक्षक महेंद्र पाल के सामने कांग्रेस के दो गुट आपस में भिड़ गए. इस मामले में अनुशासन समिति ने संज्ञान लिया है.

अनुशासन समिति ने लिया संज्ञान.

पढ़ें-शुक्रवार से उत्तराखंड में फिर से बदलेगा मौसम का मिजाज, कई इलाकों में होगी बारिश

बता दें गुरुवार को पर्यवेक्षक महेंद्र पाल रुड़की पहुंचे थे. यहां डाक बगले में हरिद्वार लोकसभा सीट पर प्रत्याशी के चयन को लेकर एक बैठक आहुत की गई थी. बैठक में कोई हरीश रावत जिंदाबाद के नारे लगा रहा था तो कोई पूर्व मंत्री संजय पालीवाल का नाम लेकर नारेबाजी कर रहा था. देखते ही देखते दोनों गुटों में नारेबाजी को लेकर कहासुनी होने लगी और मामला इतना बढ़ गया कि दोनों गुट मारपीट पर उतारु हो गए. इस दौरान बैठक में अफरातफरी का माहौल रहा. हालांकि बाद में वरिष्ठ नेताओं के बीच में आने के बाद मामला शांत कराया गया.

इस मसले पर अनुशासन समिति के अध्यक्ष प्रमोद कुमार ने कहा कि अभी तक रुड़की से किसी कार्यकर्ता और नेता की शिकायत नहीं पहुंची है. हालांकि अनुशासन समिति ने खुद इस मामले का संज्ञान लिया है. समिति जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्षों से सूचनाएं लेने की तैयारी में है.
उन्होंने कहा कि यह स्वाभाविक है कि लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, ऐसे में प्रदेश कांग्रेस कमेटी और उत्तराखंड प्रभारी द्वारा पांचों लोकसभा सीटों के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए हैं. ऐसे में छोटे-मोटे विवाद होना स्वभाविक है. अगर कोई घटना अनुशासन समिति के संज्ञान में लाई जाएगी तो नोटिस जारी करके जवाब तलब किया जाएगा. यदि आवश्यकता पड़ी तो अनुशासन तोड़ने वालों पर जरूरी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी.

पढ़ें-राहुल गांधी की रैली को लेकर कांग्रेसियों ने कसी कमर, कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के दायित्व पर मंथन

लोकसभा चुनाव नजदीक हैं ऐसे में आगामी 16 मार्च को राहुल गांधी का दौरा भी प्रस्तावित है. कांग्रेस ने राहुल गांधी की जनसभा को ऐतिहासिक बनाने की कवायद में लगी है. ऐसे में रुड़की में दोनों खेमों के बीच हुई मारपीट और हंगामे की घटना पर अनुशासन का चाबुक चलेगा इसके आसार कम ही लगे रहे हैं. हालांकि कांग्रेस पार्टी इस घटना को कार्यकर्ताओं की स्वाभाविक प्रक्रिया बताते हुए अपना पल्ला झाड़ने की कोशिश कर रही है.

Intro:slug-UK-DDN-8march2019-congress ki maarpeet
लोकसभा चुनाव के नजदीक आने के साथ ही कांग्रेस पार्टी के पर्यवेक्षक क्षेत्रों में जाकर कार्यकर्ताओं और नेताओं से रायशुमारी करने में लगे रहे हैं, इसी कड़ी में हरिद्वार लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी के चयन के लिए रायशुमारी लेने पहुंचे पर्यवेक्षक महेंद्र पाल के सामने ही कांग्रेसी कार्यकर्ताओ में आपस में ही टकराव हो गया, एक गुट ने पूर्व सीएम हरीश रावत तो दूसरे ने पूर्व राज्यमंत्री संजय पालीवाल के पक्ष में नारेबाजी शुरू कर दी थी, एक तरफ जहां उत्तर प्रदेश में शिलान्यास पट्ट को लेकर बीजेपी के सांसद और विधायक के बीच आपस मे जूते चले, तो वही रुड़की में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की मारपीट सुर्खियां बटोर रही हैं


Body:वही इस मसले पर अनुशासन समिति के अध्यक्ष प्रमोद कुमार ने कहा कि अभी तक रुड़की से ना ही किसी कार्यकर्ता और ना ही किसी नेता की शिकायत यहां पहुंची है, लेकिन अनुशासन समिति ने इस मामले का संज्ञान लिया है और जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्षों से सूचनाएं प्राप्त करने की तैयारी की जा रही है। उन्होंने कहा कि यह स्वाभाविक है कि लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं ऐसे में प्रदेश कांग्रेस कमेटी और उत्तराखंड प्रभारी द्वारा पांचों लोकसभा सीटों के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए हैं, ऐसे में छोटे-मोटे विवाद होना स्वभाविक है अगर कोई घटना अनुशासन समिति के संज्ञान में लाई जाएगी तो नोटिस जारी करके जवाब तलब किया जाएगा । यदि आवश्यकता पड़ी तो अनुशासन तोड़ने वालों पर जरूरी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
बाइट प्रमोद कुमार, अध्यक्ष, अनुशासन समिति, प्रदेश कांग्रेस


Conclusion:रुड़की में हुए इस प्रकरण के बाद गुटबाजी से इंकार करती आ रही कांग्रेस से ना निगलते बन रहा है ना उगलते बन रहा है, लोकसभा चुनाव नजदीक हैं ऐसे में आगामी 16 मार्च को राहुल गांधी का दौरा भी प्रस्तावित है। वहीं कांग्रेस पार्टी ने राहुल गांधी की जनसभा को ऐतिहासिक बनाने की कवायद शुरू कर दी है। ऐसे में रुड़की में दोनों खेमों के बीच हुई मारपीट और हंगामे की घटना पर अनुशासन का चाबुक चलेगा इसके चांसेस कम ही हैं। हालांकि कांग्रेस पार्टी इस घटना को कार्यकर्ताओं की स्वाभाविक प्रक्रिया बताते हुए अपना पल्ला झाड़ने की कोशिश कर रही है।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.