देहरादूनः प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार के मद्देनजर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत पर निशाना साधा है. प्रीतम सिंह ने प्रदेश में कोरोना से बिगड़े हालातों पर प्रदेश में स्टेट हेल्थ इमरजेंसी (स्वास्थ्य आपातकाल) घोषित करने की मांग की है.
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय से जारी बयान में प्रीतम सिंह ने कहा कि प्रदेश में तीरथ सरकार कोरोना महामारी की रोकथाम और संक्रमित मरीजों के समुचित इलाज दे पाने में में पूरी तरह विफल साबित हुई है. प्रीतम सिंह ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण से राज्य में मौतों का दर लगातार बढ़ता जा रहा है. हालात ये हो गए हैं, कि राज्य में मौतों की दर देश के राष्ट्रीय औसत से भी अधिक पहुंच चुका है. वहीं रिकवरी रेट में 23 प्रतिशत की गिरावट आई है. राज्य में मौतों का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है.
कोरोना की सैंपलिंग बढ़ाने की मांग
प्रीतम सिंह ने राज्य सरकार को सुझाव देते हुए कहा कि कोरोना की जांच बड़े पैमाने पर बढ़ाई जाए. प्रीतम सिंह ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य सरकार लोगों का जीवन बचाने की बजाय सच्चाई को छुपा रही है. पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत की फोटो को छुपाने के लिए समय और संसाधन बर्बाद कर रही है.
कांग्रेस ने की ग्राम प्रधानों की पैरवी
उन्होंने कोरोना संक्रमित मरीजों को हो रही दिक्कतों को उठाते हुए कहा कि रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी धड़ल्ले से हो रही है. संक्रमित मरीज प्रदेश के अस्पतालों में बेड और ऑक्सीजन के लिए तड़प रहे हैं. उन्होंने ग्राम प्रधानों का मसला भी उठाते हुए कहा कि ग्राम प्रधानों को गांव में कोरोना सेंटर्स के संचालन का दायित्व सौंपा है. ऐसे में मुख्यमंत्री को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या ग्राम प्रधानों को कोविड-19 वैक्सीन में प्राथमिकता और क्या उनका बीमा किया जाएगा.
असंवेदनशील तीरथ सरकारःप्रीतम
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने राज्य में बेड, ऑक्सीजन, वैक्सीन जैसी आवश्यक चिकित्सा सुविधाओं को दुरुस्त करने की मांग की है. कांग्रेस का कहना कि प्रदेश सरकार कोरोना को लेकर अभी भी असंवेदनशील बनी हुई है.