ETV Bharat / state

उत्तराखंड आपदाः कांग्रेस ने पीड़ितों के लिए मांगा 10 लाख का मुआवजा, रद्द किए कार्यक्रम

author img

By

Published : Oct 20, 2021, 4:54 PM IST

Updated : Oct 20, 2021, 5:32 PM IST

कांग्रेस ने उत्तराखंड सरकार से आपदा प्रभावितों के लिए 10 लाख रुपए मुआवजा देने की मांग की है. इसके अलावा कांग्रेस ने अपने 21 से 25 अक्टूबर के बीच होने वाले सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं.

dehradun
देहरादून

देहरादूनः उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल में 18 और 19 अक्टूबर को बारिश काल बनकर बरसी. मूसलाधार बारिश में सैकड़ों मकान ढह गए. जबकि शासन की तरफ से मिली जानकारी जानकारी के मुताबिक अभी तक 46 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, कुछ लोग अभी भी लापता हैं. ऐसे में कांग्रेस ने एक बार फिर भाजपा सरकार को सवालों के कटघरे में खड़ा किया है.

10 लाख रुपये मुआवजा देने की मांगः कांग्रेस ने धामी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यदि सरकार समय रहते व्यवस्था करती तो आपदा में जान गंवाने वालों का आंकड़ा कम हो सकता था. कांग्रेस ने मुख्यमंत्री की ओर से मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपए दिए जाने को कम बताया. कांग्रेस ने आपदा में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को कम से कम 10 लाख रुपए मुआवजा दिए जाने की मांग की है.

कांग्रेस ने पीड़ितों के लिए मांगा 10 लाख का मुआवजा

पूर्व की घटनाओं से नहीं लिया सबकः कांग्रेस की प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी का कहना है कि इस आपदा की घड़ी में कांग्रेस पार्टी सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है. लेकिन सरकार ने मौसम विभाग के अलर्ट के बावजूद भी डेंजर जोन में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की कोई व्यवस्था नहीं की. सरकार ने पुरानी आपदाओं के घटनाक्रमों से सबक नहीं लिया.

ये भी पढ़ेंः कोसी में बह गए चुकुम गांव के 2 दर्जन घर, 50 जिंदगियां जंगल में फंसी, मौके पर पहुंचा ETV

गरिमा ने कहा कि भाजपा को प्रदेश की जनता ने डबल इंजन की सरकार इसलिए दी थी कि यहां बेहतर टेक्नोलॉजी सिस्टम डेवलप हो. लेकिन आज भी प्रदेश में डॉप्लर रडार जैसे जरूरी सिस्टम का अभाव बना हुआ है. गरिमा ने कहा कि कुमाऊं में काल बनकर बरसी आपदा में प्रशासन की हीला हवाली रही. इस आपदा में मरने वालों का आंकड़ा कम हो सकता था, यदि सरकार समय रहते मुस्तैद रहती.

कांग्रेस ने स्थगित किए अपने कार्यक्रमः प्रदेश में आई आपदा में 46 लोगों के जान गंवाने से दुखी कांग्रेस ने 21 से 25 अक्टूबर तक होने वाले अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं. 21 अक्टूबर को देहरादून के कांग्रेस भवन में पूर्व सैनिकों के सम्मान में भव्य सैनिक सम्मान समारोह का आयोजन होना था. लेकिन उत्तराखंड में आई आपदा के बाद कांग्रेस पार्टी ने सैनिक सम्मान समारोह रद्द कर दिया है. हालांकि इन सभी कार्यक्रमों की नए सिरे से तिथियां घोषित की जाएंगी.

ये भी पढ़ेंः नैनीताल की जिस सड़क पर सैलानी करते थे चहलकदमी, वहां दिख रहा सिर्फ पानी

आप का धामी सरकार पर निशानाः आप ने उत्तराखंड सरकार पर आपदा प्रबंधन में पूरी तरह विफल साबित होने का आरोप लगाया है. आप ने आपदा प्रबंधन को लेकर सरकार के ढीले रवैये पर सवाल उठाए हैं. आप के प्रदेश प्रवक्ता संजय भट्ट का कहना है कि मौसम विभाग के स्पष्ट चेतावनी के बावजूद आपदा से निपटने के लिए सरकार के इंतजाम अधूरे साबित हुए हैं. उन्होंने कहा कि सरकार ने केदारनाथ आपदा से भी सबक नहीं लिया और यही कारण है कि रेड अलर्ट जारी होने के बाद भी सरकार सोती रही. लोगों को सुरक्षित स्थानों पर नहीं पहुंचा पाई.

आप ने आपदा में मृत परिवारों के परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि आप के कार्यकर्ता आपदा ग्रस्त क्षेत्रों में प्रभावितों की मदद कर कर रहे हैं. उन्होंने दिल्ली सरकार की तर्ज पर किसानों को आपदा में बर्बाद हुई फसल का मुआवजा दिए जाने की मांग उठाई है. आप ने कहा कि भाजपा सरकार को आपदा में किसानों की बर्बाद हुई फसल के लिए भी 50 हजार रुपए धनराशि बतौर मुआवजा दिए जाने की घोषणा करनी चाहिए.

रद्द की रोजगार गारंटी यात्राः उत्तराखंड आपदा के बाद आप ने बुधवार को हरिद्वार में प्रस्तावित रोजगार गारंटी यात्रा के द्वितीय चरण को रद्द कर दिया है. आम आदमी पार्टी का कहना है कि रोजगार गारंटी यात्रा के द्वितीय चरण की तिथि जल्द घोषित की जाएगी.

देहरादूनः उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल में 18 और 19 अक्टूबर को बारिश काल बनकर बरसी. मूसलाधार बारिश में सैकड़ों मकान ढह गए. जबकि शासन की तरफ से मिली जानकारी जानकारी के मुताबिक अभी तक 46 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, कुछ लोग अभी भी लापता हैं. ऐसे में कांग्रेस ने एक बार फिर भाजपा सरकार को सवालों के कटघरे में खड़ा किया है.

10 लाख रुपये मुआवजा देने की मांगः कांग्रेस ने धामी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यदि सरकार समय रहते व्यवस्था करती तो आपदा में जान गंवाने वालों का आंकड़ा कम हो सकता था. कांग्रेस ने मुख्यमंत्री की ओर से मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपए दिए जाने को कम बताया. कांग्रेस ने आपदा में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को कम से कम 10 लाख रुपए मुआवजा दिए जाने की मांग की है.

कांग्रेस ने पीड़ितों के लिए मांगा 10 लाख का मुआवजा

पूर्व की घटनाओं से नहीं लिया सबकः कांग्रेस की प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी का कहना है कि इस आपदा की घड़ी में कांग्रेस पार्टी सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है. लेकिन सरकार ने मौसम विभाग के अलर्ट के बावजूद भी डेंजर जोन में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की कोई व्यवस्था नहीं की. सरकार ने पुरानी आपदाओं के घटनाक्रमों से सबक नहीं लिया.

ये भी पढ़ेंः कोसी में बह गए चुकुम गांव के 2 दर्जन घर, 50 जिंदगियां जंगल में फंसी, मौके पर पहुंचा ETV

गरिमा ने कहा कि भाजपा को प्रदेश की जनता ने डबल इंजन की सरकार इसलिए दी थी कि यहां बेहतर टेक्नोलॉजी सिस्टम डेवलप हो. लेकिन आज भी प्रदेश में डॉप्लर रडार जैसे जरूरी सिस्टम का अभाव बना हुआ है. गरिमा ने कहा कि कुमाऊं में काल बनकर बरसी आपदा में प्रशासन की हीला हवाली रही. इस आपदा में मरने वालों का आंकड़ा कम हो सकता था, यदि सरकार समय रहते मुस्तैद रहती.

कांग्रेस ने स्थगित किए अपने कार्यक्रमः प्रदेश में आई आपदा में 46 लोगों के जान गंवाने से दुखी कांग्रेस ने 21 से 25 अक्टूबर तक होने वाले अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं. 21 अक्टूबर को देहरादून के कांग्रेस भवन में पूर्व सैनिकों के सम्मान में भव्य सैनिक सम्मान समारोह का आयोजन होना था. लेकिन उत्तराखंड में आई आपदा के बाद कांग्रेस पार्टी ने सैनिक सम्मान समारोह रद्द कर दिया है. हालांकि इन सभी कार्यक्रमों की नए सिरे से तिथियां घोषित की जाएंगी.

ये भी पढ़ेंः नैनीताल की जिस सड़क पर सैलानी करते थे चहलकदमी, वहां दिख रहा सिर्फ पानी

आप का धामी सरकार पर निशानाः आप ने उत्तराखंड सरकार पर आपदा प्रबंधन में पूरी तरह विफल साबित होने का आरोप लगाया है. आप ने आपदा प्रबंधन को लेकर सरकार के ढीले रवैये पर सवाल उठाए हैं. आप के प्रदेश प्रवक्ता संजय भट्ट का कहना है कि मौसम विभाग के स्पष्ट चेतावनी के बावजूद आपदा से निपटने के लिए सरकार के इंतजाम अधूरे साबित हुए हैं. उन्होंने कहा कि सरकार ने केदारनाथ आपदा से भी सबक नहीं लिया और यही कारण है कि रेड अलर्ट जारी होने के बाद भी सरकार सोती रही. लोगों को सुरक्षित स्थानों पर नहीं पहुंचा पाई.

आप ने आपदा में मृत परिवारों के परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि आप के कार्यकर्ता आपदा ग्रस्त क्षेत्रों में प्रभावितों की मदद कर कर रहे हैं. उन्होंने दिल्ली सरकार की तर्ज पर किसानों को आपदा में बर्बाद हुई फसल का मुआवजा दिए जाने की मांग उठाई है. आप ने कहा कि भाजपा सरकार को आपदा में किसानों की बर्बाद हुई फसल के लिए भी 50 हजार रुपए धनराशि बतौर मुआवजा दिए जाने की घोषणा करनी चाहिए.

रद्द की रोजगार गारंटी यात्राः उत्तराखंड आपदा के बाद आप ने बुधवार को हरिद्वार में प्रस्तावित रोजगार गारंटी यात्रा के द्वितीय चरण को रद्द कर दिया है. आम आदमी पार्टी का कहना है कि रोजगार गारंटी यात्रा के द्वितीय चरण की तिथि जल्द घोषित की जाएगी.

Last Updated : Oct 20, 2021, 5:32 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.