ETV Bharat / state

उत्तराखंड: शीतकालीन सत्र की अवधि बढ़ाने को लेकर कांग्रेस ने किया विरोध प्रदर्शन - उत्तराखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र

कांग्रेस ने इस बार सरकार को सदन में घेरने का पूरा मन बना लिया है. यही कारण है कि कांग्रेस लगातार शीतकालीन सत्र की अवधि बढ़ाने की मांग कर रही है.

congress
कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन
author img

By

Published : Dec 19, 2020, 4:54 PM IST

देहरादून: आगामी 21 दिसंबर से उत्तराखंड विधानसभा की तीन दिवसीय शीतकालीन सत्र आयोजित होने जा रहा है. लेकिन कांग्रेस ने शीतकालीन सत्र अवधि बढ़ाए जाने की मांग की है. इसी को लेकर कांग्रेसियों ने शनिवार को गांधी पार्क के सामने सरकार की चेतना जगाने के लिए एक रचनात्मक कार्यक्रम आयोजित किया.

इस दौरान कांग्रेसी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सांकेतिक रूप से शैडो विधानसभा के तहत सत्ता पक्ष और विपक्ष की भूमिका में उतरकर भाजपा सरकार पर कई विषयों को लेकर प्रहार किए. कांग्रेस के नेताओं ने कटाक्ष किया कि जब सरकार विधानसभा भवन में पर्याप्त सत्र चलाने को गंभीर नहीं है, और जब माननीय विधायक विधानसभा में बैठकर अपने क्षेत्रों की बात नहीं करना चाहते हैं तो इससे बेहतर है कि करोड़ों रुपए खर्च कर बनाए गए विधान भवन को शादी विवाह या अन्य समारोह के लिए किराए पर दे देना चाहिए.

पढ़ें- हरदा की माल्टा पार्टी में प्रीतम सिंह की एंट्री, कार्यकर्ताओं ने खूब लिये चटकारे

पूर्व मंत्री गणेश गोदियाल का कहना है कि विधानसभा की नियमावली के अनुसार किसी भी राज्य में साल भर में विधानसभा सत्र 60 दिनों के लिए आयोजित होने चाहिए. सामान्यत कुल 3 विधानसभा सत्र आयोजित होते हैं. एक सत्र साधारण 15 से 20 दिनों का होता है, जो कि प्रदेश के सर्वांगीण विकास की नीतियों और विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों की समस्याओं व जनहित के मुद्दों पर चर्चा करने के लिए जरूरी हैं, लेकिन उत्तराखंड में ऐसा नहीं हो रहा है. अगर पिछले कुछ सालों के रिकॉर्ड को देखा जाए तो उत्तराखंड विधानसभा में सालभर के सभी सत्र मिलाकर कुल 15 से 20 दिन ही सदन की कार्रवाई हुई. विपक्ष कोरोना और बेरोजगारी जैसे कई मुद्दों पर सदन में चर्चा करना चाहती है, जबकि बीजेपी सरकार विधानसभा सत्र से बचना चाहती है.

प्रतापनगर: कांग्रेसियों ने किया विरोध प्रदर्शन

लंबगांव बाजार में कांग्रेसियों ने टिहरी जिला अध्यक्ष राकेश राणा व पूर्व विधायक विक्रम सिंह नेगी के नेतृत्व में केंद्र व राज्य सरकार का पुतला दहन किया. इस दौरान राकेश राणा ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों पर काला कानून थोपने का काम कर रही है. सरकार किसानों के साथ अत्याचार कर रही है. देश में महंगाई आसमान छू रही है. पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस सभी दिन प्रतिदिन महंगे होते जा रहे हैं. जिसे कांग्रेस बर्दाश्त नहीं करेगी.

विधानसभा सत्र को लेकर पुलिस की तैयारियां

दून पुलिस ने विधानसभा शीतकालीन सत्र को लेकर तैयारियां तेज कर दी हैं. जिसके लिए जल्द ही यातायात प्लान भी जारी किया जाएगा, सत्र के मद्देनजर चार स्थानों पर बैरियर लगेंगे और कड़ी सुरक्षा रहेगी. इसके चलते पुलिस-प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. साथ ही आम लोगों को जुलूस या फिर धरना प्रदर्शन से परेशान न होना पड़े, इसके लिए वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था की जाएगी. देहरादून एसएसपी योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि 21 दिसंबर से विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है. सत्र के दौरान कई राजनैतिक संगठनों द्वारा धरना प्रर्दशन भी किया जाता है. पुलिस की कोशिश रहेगी की सत्र के दौरान किसी तरह का व्यवधान उत्पन्न ना हो, इसको लेकर संबधित पुलिसकर्मियो को निर्देशित किया गया है.

देहरादून: आगामी 21 दिसंबर से उत्तराखंड विधानसभा की तीन दिवसीय शीतकालीन सत्र आयोजित होने जा रहा है. लेकिन कांग्रेस ने शीतकालीन सत्र अवधि बढ़ाए जाने की मांग की है. इसी को लेकर कांग्रेसियों ने शनिवार को गांधी पार्क के सामने सरकार की चेतना जगाने के लिए एक रचनात्मक कार्यक्रम आयोजित किया.

इस दौरान कांग्रेसी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सांकेतिक रूप से शैडो विधानसभा के तहत सत्ता पक्ष और विपक्ष की भूमिका में उतरकर भाजपा सरकार पर कई विषयों को लेकर प्रहार किए. कांग्रेस के नेताओं ने कटाक्ष किया कि जब सरकार विधानसभा भवन में पर्याप्त सत्र चलाने को गंभीर नहीं है, और जब माननीय विधायक विधानसभा में बैठकर अपने क्षेत्रों की बात नहीं करना चाहते हैं तो इससे बेहतर है कि करोड़ों रुपए खर्च कर बनाए गए विधान भवन को शादी विवाह या अन्य समारोह के लिए किराए पर दे देना चाहिए.

पढ़ें- हरदा की माल्टा पार्टी में प्रीतम सिंह की एंट्री, कार्यकर्ताओं ने खूब लिये चटकारे

पूर्व मंत्री गणेश गोदियाल का कहना है कि विधानसभा की नियमावली के अनुसार किसी भी राज्य में साल भर में विधानसभा सत्र 60 दिनों के लिए आयोजित होने चाहिए. सामान्यत कुल 3 विधानसभा सत्र आयोजित होते हैं. एक सत्र साधारण 15 से 20 दिनों का होता है, जो कि प्रदेश के सर्वांगीण विकास की नीतियों और विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों की समस्याओं व जनहित के मुद्दों पर चर्चा करने के लिए जरूरी हैं, लेकिन उत्तराखंड में ऐसा नहीं हो रहा है. अगर पिछले कुछ सालों के रिकॉर्ड को देखा जाए तो उत्तराखंड विधानसभा में सालभर के सभी सत्र मिलाकर कुल 15 से 20 दिन ही सदन की कार्रवाई हुई. विपक्ष कोरोना और बेरोजगारी जैसे कई मुद्दों पर सदन में चर्चा करना चाहती है, जबकि बीजेपी सरकार विधानसभा सत्र से बचना चाहती है.

प्रतापनगर: कांग्रेसियों ने किया विरोध प्रदर्शन

लंबगांव बाजार में कांग्रेसियों ने टिहरी जिला अध्यक्ष राकेश राणा व पूर्व विधायक विक्रम सिंह नेगी के नेतृत्व में केंद्र व राज्य सरकार का पुतला दहन किया. इस दौरान राकेश राणा ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों पर काला कानून थोपने का काम कर रही है. सरकार किसानों के साथ अत्याचार कर रही है. देश में महंगाई आसमान छू रही है. पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस सभी दिन प्रतिदिन महंगे होते जा रहे हैं. जिसे कांग्रेस बर्दाश्त नहीं करेगी.

विधानसभा सत्र को लेकर पुलिस की तैयारियां

दून पुलिस ने विधानसभा शीतकालीन सत्र को लेकर तैयारियां तेज कर दी हैं. जिसके लिए जल्द ही यातायात प्लान भी जारी किया जाएगा, सत्र के मद्देनजर चार स्थानों पर बैरियर लगेंगे और कड़ी सुरक्षा रहेगी. इसके चलते पुलिस-प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. साथ ही आम लोगों को जुलूस या फिर धरना प्रदर्शन से परेशान न होना पड़े, इसके लिए वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था की जाएगी. देहरादून एसएसपी योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि 21 दिसंबर से विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है. सत्र के दौरान कई राजनैतिक संगठनों द्वारा धरना प्रर्दशन भी किया जाता है. पुलिस की कोशिश रहेगी की सत्र के दौरान किसी तरह का व्यवधान उत्पन्न ना हो, इसको लेकर संबधित पुलिसकर्मियो को निर्देशित किया गया है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.