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निजी कंपनी के VACCINATION पर कांग्रेस का विरोध, कहा- सभी का निशुल्क हो टीकाकरण - मसूरी प्राइवेट सेंटर में वैक्सीनेशन

मसूरी में 18 से 44 साल के लोगों को प्राइवेट कंपनियों द्वारा 900 रुपए लेकर वैक्सीनेशन किया जा रहा है. जिसका कांग्रेस ने विरोध करते हुए सरकार से सभी को निशुल्क टीकाकरण कराने की मांग की है.

सभी का निशुल्क हो टीकाकरण
सभी का निशुल्क हो टीकाकरण
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Published : Jun 1, 2021, 8:03 AM IST

Updated : Jun 1, 2021, 9:48 AM IST

मसूरी: प्रदेश में 18 से 44 साल के आयुवर्ग के लोगों के वैक्सीनेशन (vaccination) में दिक्कतें आ रही है, जिसकी सबसे बड़ी वजह कोविड वैक्सीन की कमी (Shortage of covid vaccine) बताई जा रही है. वहीं, मसूरी में कई प्राइवेट सेंटर (private center) में लोगों को वैक्सीन दी जा रही है, जिसके एवज में उनसे 900 रुपए लिए जा रहे हैं. जिसका कांग्रेस पार्टी (congress party) ने विरोध किया है. साथ ही सरकार से सभी लोगों का टीकाकरण निशुल्क कराने की मांग (Demand for free vaccination) की है.

कांग्रेस ने सरकार से मांग की है कि देश के हर नागरिक को निशुल्क वैक्सीन लगाया जाए. अगर प्राइवेट कंपनी भी वैक्सीन लगा रही है तो उसका खर्च सरकार वहन करें. मसूरी महिला कांग्रेस अध्यक्ष जसवीर कौर और नगर कांग्रेस अध्यक्ष गौरव अग्रवाल ने वैक्सीनेशन को लेकर सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि सरकार की गलत नीतियों के कारण प्रदेश में कोरोना संक्रमण ने पैर पसारे और कई लोगों को जान गंवानी पड़ी है. लोगों को इलाज के लिये दर-दर भटकना पड़ा.

ये भी पढ़ें: उत्तराखंड: 18+ को वैक्सीन के लिए करना होगा 10 दिनों का इंतजार

उन्होंने आरोप लगाया कि वैक्सीनेशन का काम प्राइवेट हाथों में देकर सरकार जनता को कोरोनाकाल में लूटने के लिए छोड़ दिया है. कोरोनाकाल में गरीब और आमजन रोजी-रोटी के लिए परेशान हैं. ऐसे में 900 रुपए देकर वह कैसे वैक्सीन लगवाएंगे? 1 जून से मसूरी में मैक्स हॉस्पिटल द्वारा ₹900 देकर 18 से 44 साल के लोग आधार कार्ड दिखाकर वैक्सीन लगा सकते हैं. ऐसे में सरकार द्वारा रजिस्ट्रेशन और सलॉट बुक जैसे जटिलता क्यों रखी गई हैं. डीजी हेल्थ के बयान के अनुसार 9 जून तक उत्तराखंड में 18 से 44 साल को वैक्सीनेशन को लेकर भरपूर वैक्सीन आ जायेगी, तो वैक्सीनेशन का काम जल्दबाजी में प्राइवेट कंपनी को क्यों दिया जा रहा है.

उन्होंने कहा कि सरकार वैक्सीनेशन को लेकर भ्रष्टाचार को अंजाम देने जा रही है, जिसको जनता देख रही है. एक ओर जनता महंगाई की मार झेल रही है. उसके बाद करोना की मार और अब वैक्सीनेशन की मार को झेलेगी. इससे साफ है कि प्रदेश सरकार जनहित में नहीं, प्राइवेट कंपनियों के हित में काम कर रही है, जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

सोमवार को 120 कोरोना टेस्ट कराए गए, जिसमें आरटी-पीसीआर के 74 और एंटीजन टेस्ट के 46 टेस्ट कराए गए. जिसमें एंटीजन टेस्ट में 6 और आरटी-पीसीआर में 1 कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं. सोमवार तक 6 कंटेनमेंट जोन मसूरी में एक्टिव हैं. 17 लोगों को कोविड वैक्सीन लगाई गई. वहीं 18 लोग कोरोना संक्रमण से ठीक हुए.

मसूरी: प्रदेश में 18 से 44 साल के आयुवर्ग के लोगों के वैक्सीनेशन (vaccination) में दिक्कतें आ रही है, जिसकी सबसे बड़ी वजह कोविड वैक्सीन की कमी (Shortage of covid vaccine) बताई जा रही है. वहीं, मसूरी में कई प्राइवेट सेंटर (private center) में लोगों को वैक्सीन दी जा रही है, जिसके एवज में उनसे 900 रुपए लिए जा रहे हैं. जिसका कांग्रेस पार्टी (congress party) ने विरोध किया है. साथ ही सरकार से सभी लोगों का टीकाकरण निशुल्क कराने की मांग (Demand for free vaccination) की है.

कांग्रेस ने सरकार से मांग की है कि देश के हर नागरिक को निशुल्क वैक्सीन लगाया जाए. अगर प्राइवेट कंपनी भी वैक्सीन लगा रही है तो उसका खर्च सरकार वहन करें. मसूरी महिला कांग्रेस अध्यक्ष जसवीर कौर और नगर कांग्रेस अध्यक्ष गौरव अग्रवाल ने वैक्सीनेशन को लेकर सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि सरकार की गलत नीतियों के कारण प्रदेश में कोरोना संक्रमण ने पैर पसारे और कई लोगों को जान गंवानी पड़ी है. लोगों को इलाज के लिये दर-दर भटकना पड़ा.

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उन्होंने आरोप लगाया कि वैक्सीनेशन का काम प्राइवेट हाथों में देकर सरकार जनता को कोरोनाकाल में लूटने के लिए छोड़ दिया है. कोरोनाकाल में गरीब और आमजन रोजी-रोटी के लिए परेशान हैं. ऐसे में 900 रुपए देकर वह कैसे वैक्सीन लगवाएंगे? 1 जून से मसूरी में मैक्स हॉस्पिटल द्वारा ₹900 देकर 18 से 44 साल के लोग आधार कार्ड दिखाकर वैक्सीन लगा सकते हैं. ऐसे में सरकार द्वारा रजिस्ट्रेशन और सलॉट बुक जैसे जटिलता क्यों रखी गई हैं. डीजी हेल्थ के बयान के अनुसार 9 जून तक उत्तराखंड में 18 से 44 साल को वैक्सीनेशन को लेकर भरपूर वैक्सीन आ जायेगी, तो वैक्सीनेशन का काम जल्दबाजी में प्राइवेट कंपनी को क्यों दिया जा रहा है.

उन्होंने कहा कि सरकार वैक्सीनेशन को लेकर भ्रष्टाचार को अंजाम देने जा रही है, जिसको जनता देख रही है. एक ओर जनता महंगाई की मार झेल रही है. उसके बाद करोना की मार और अब वैक्सीनेशन की मार को झेलेगी. इससे साफ है कि प्रदेश सरकार जनहित में नहीं, प्राइवेट कंपनियों के हित में काम कर रही है, जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

सोमवार को 120 कोरोना टेस्ट कराए गए, जिसमें आरटी-पीसीआर के 74 और एंटीजन टेस्ट के 46 टेस्ट कराए गए. जिसमें एंटीजन टेस्ट में 6 और आरटी-पीसीआर में 1 कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं. सोमवार तक 6 कंटेनमेंट जोन मसूरी में एक्टिव हैं. 17 लोगों को कोविड वैक्सीन लगाई गई. वहीं 18 लोग कोरोना संक्रमण से ठीक हुए.

Last Updated : Jun 1, 2021, 9:48 AM IST
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