देहरादून/मसूरी: वैक्सीन पर केंद्र का उत्तराखंड के प्रति रुख और उच्च न्यायालय नैनीताल की टिप्पणी के बाद कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर निशाना साधा है. कांग्रेस का कहना है कि उच्च न्यायालय की टिप्पणी के बाद कांग्रेस के सभी आरोप सही साबित होते दिखाई दे रहे हैं.
कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा उत्तराखंड को एक लाख वैक्सीन प्रतिदिन चाहिए. किंतु केंद्र ने मात्र चार लाख वैक्सीन देकर अपना पल्ला झाड़ लिया है. इससे साबित होता है कि डबल इंजन का नारा केवल एक जुमला था. उन्होंने कहा आज राज्य को जिस मदद की दरकार है उस पर केंद्र सरकार का रवैया निराशाजनक है. राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं से जुड़ी व्यवस्थाओं का अभाव बना हुआ है, तो वहीं रेमडेसिविर इंजेक्शन की किल्लत भी राज्य में देखने को मिल रही है.
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ऐसे समय में भी केंद्र केवल आश्वासन देकर काम चला रही है. धस्माना का कहना है कि उच्च न्यायालय नैनीताल की टिप्पणी ने कांग्रेस के उन आरोपों पर मुहर लगा दी है जिसमें कांग्रेस सरकार पर बदहाल स्वास्थ्य सुविधाओं, टेस्टिंग, कुंभ का अनियोजित आयोजन का आरोप लगाती आ रही है.
क्या कहा हाईकोर्ट ने
उच्च न्यायालय ने सरकार की ओर से कोरोना संक्रमण रोकने, कोविड अस्पतालों की व्यवस्था आदि के लिए सरकार की ओर से उठाए गए कदमों को अपर्याप्त और आधा अधूरा बताते हुए तल्ख टिप्पणियां की थी. हाईकोर्ट ने कहा वर्तमान में एक अदृश्य शत्रु के साथ तृतीय विश्व युद्ध चल रहा है लेकिन सरकार की ओर से अपेक्षित गंभीरता और तैयारी कहीं नजर नहीं आ रही है. सरकार शुतुरमुर्ग की तरह रेत में सिर डालकर बैठी नजर आ रही है.
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कांग्रेस का साफ तौर पर कहना है कि पार्टी आज भी अपने उसी स्टैंड पर कायम है. कोरोना संक्रमण काल में सरकार के हर कदम का पार्टी पूरा समर्थन करेगी किंतु सरकार की कमी और जनता की परेशानियों पर चुप नहीं बैठेगी.
देहरादून में युवा कांग्रेस का सांकेतिक विरोध-प्रदर्शन
आज यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदेश की बदहाल स्वास्थ्य सुविधाओं के खिलाफ अपने घरों पर सांकेतिक धरना देकर सरकार के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराया. युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष भूपेंद्र नेगी का कहना है कि भाजपा सरकार कोविड महामारी से लड़ने में पूरी तरह विफल साबित हुई है. ऐसे में सरकार को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए. आज जिस प्रकार से कोरोना महामारी प्रदेश ने तबाही मचा रखी है, लेकिन राज्य की सरकार के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही है. इस महामारी से प्रतिदिन कई लोगों की जानें जा रही हैं, लेकिन सरकार का रवैया उदासीन बना हुआ है.
मसूरी में युवा कांग्रेस का विरोध-प्रदर्शन
वहीं, मसूरी विधानसभा क्षेत्र में युवा कांग्रेस ने कोरोना महामारी से लगातार हो रही मौतों और स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार लाने के लिए के लिए घरों में ही धरना दिया. युवा कांग्रेस ने प्रदेश के मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उन्हें इन मौतों का जिम्मेदार ठहराया. मसूरी विधानसभा क्षेत्र युवा कांग्रेस अध्यक्ष वसीम खान ने अपने घर पर ही धरना देकर प्रदेश सरकार की कड़ी आलोचना की. उन्होंने कहा आये दिन सैकड़ों की संख्या में कोरोना संक्रमित लोग उपचार न मिलने, आक्सीजन की कमी के कारण दम तोड़ रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि डबल इंजन की सरकार होने के बाद भी प्रदेश में बड़ी संख्या में कोरोना रोगी दम तोड़ रहे हैं. अभी तक मसूरी में 18 वर्ष से अधिक आयु के युवाओं का टीकाकरण शुरू नहीं हो पाया है. इन सब से सरकार के सारे दावे फेल होते दिखाई दे रहे हैं.