हरिद्वारः उत्तराखंड में पटवारी पेपर लीक को लेकर बवाल मचा हुआ है. उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में धांधली सामने आने के बाद उत्तराखंड लोक सेवा आयोग को परीक्षा आयोजित कराने का जिम्मा सौंपा गया, लेकिन दूसरा ही पेपर लीक हो गया. जिससे प्रदेश के लाखों युवाओं के अरमानों पर फिर से वज्रपात हुआ. अब युवा सड़कों पर उतर गए हैं. उधर, विपक्ष को भी बैठे बिठाए एक नया मुद्दा मिल गया है. मामले को लेकर आज कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने हरिद्वार स्थित उत्तराखंड लोक सेवा आयोग कार्यालय का घेराव किया. साथ ही जोरदार विरोध प्रदर्शन किया.
हरिद्वार में UKPSC कार्यालय का घेरावः कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं ने आज उत्तराखंड लोक सेवा आयोग कार्यालय का घेराव किया. इस दौरान भर्ती परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्र-छात्राएं भी कार्यालय के बाहर विरोध स्वरूप तख्तियां लेकर पहुंचे. उन्होंने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर सीबीआई जांच की मांग की. जिसके बाद लोक सेवा आयोग के बाहर प्रदर्शन कर रहे यूथ कांग्रेस और आप के कार्यकर्ताओं ने सांकेतिक गिरफ्तारी दी.
वहीं, लोक सेवा आयोग पहुंचे परीक्षार्थियों ने भी खुद को छला हुआ मानते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. साथ ही उत्तराखंड लोक सेवा आयोग को भंग करते हुए संघ लोक सेवा आयोग से परीक्षाएं कराए जाने की मांग की. कांग्रेस उप नेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी ने कहा कि कांग्रेस ने पूर्व में ही सदन के पटल पर लोक सेवा आयोग में अनियमितताओं को तथ्यों के आधार पर रखा था, लेकिन उसके बाद भी सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की गई.
अब यूकेएसएसएससी पेपर लीक के बाद लोक सेवा आयोग पेपर लीक का जिन्न एक बार फिर सामने आ गया है. उन्होंने मांग की है कि यूकेएसएसएससी और लोक सेवा आयोग दोनों की ही सीबीआई जांच कराई जानी चाहिए. साथ ही लोक सभा आयोग की ओर से निकट भविष्य में कराए जाने वाली परीक्षाओं को रद्द कर दिया जाना चाहिए.
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आम आदमी पार्टी के संगठन समन्वयक जोत सिंह बिष्ट का कहना था कि पेपर लीक मामले में लीपापोती कर परीक्षाओं को रद्द करने का काम कर रही है. जिससे प्रदेश के युवाओं का भविष्य अधर में लटक गया है. उनका कहना था कि जब तक युवाओं को उनका हक नहीं मिल जाता है, तब तक आम आदमी पार्टी प्रदेश सरकार के खिलाफ अपना प्रदर्शन जारी रखेगी.
HNB गढ़वाल विवि में छात्रों का जोरदार प्रदर्शनः श्रीनगर में गढ़वाल विवि के छात्रों समेत, आइसा, डीएसओ, बेरोजगार युवाओं ने राज्य सरकार का जमकर विरोध किया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कहा कि उत्तराखंड के अंदर कोई भी ऐसी परीक्षा नहीं है, जो पारदर्शी तरीके से संपन्न हो रही हो. बेरोजगार युवाओं का कहना था कि हाकम सिंह की गिरफ्तारी मात्र एक छलावा था, असली मुजरिम अभी भी बेरोजगार युवाओं के भविष्य के साथ लगातार खेल रहे हैं. पटवारी पेपर लीक प्रकरण इसका एक प्रमाण है. उन्होंने पूरे प्रकरण की सीबीआई जांच किए जाने की मांग उठाई.
देहरादून में आप ने फूंका सरकार का पुतलाः उत्तराखंड लोक सेवा आयोग में पटवारी लेखपाल पेपर लीक मामले को लेकर आम आदमी पार्टी ने लैंसडाउन चौक पर प्रदर्शन करते हुए सरकार का पुतला फूंका. आप नेताओं का कहना है कि जीरो टॉलरेंस की बात करने वाली बीजेपी सरकार की पोल खुल गई है. राज्य में एक के बाद एक घोटाले सामने आ रहे हैं. जिससे जनता में बीजेपी सरकार के खिलाफ अविश्वास पैदा हो गया है.
आप गढ़वाल मीडिया प्रभारी रविंदर आनंद ने निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर धामी को दब्बू धामी कहा. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री धाकड़ धामी नहीं, बल्कि दब्बू धामी हैं. उन्होंने कहा कि यह बात इसलिए भी साबित होती है कि मुख्यमंत्री धामी ने यूकेएसएसएससी घोटाले के बाद यह कहा था कि हम घोटालेबाजों के खिलाफ ऐसी नजीर पेश करेंगे कि कोई भी घोटाला करने से पहले कई बार सोचेगा, लेकिन इसके ठीक उलट पटवारी लेखपाल घोटाला सामने आ गया.
हल्द्वानी में बोले सुमित हृदयेश, घोटालेबाज और माफिया को संरक्षण दे रही सरकारः पटवारी भर्ती पेपर लीक मामले में कांग्रेस विधायक सुमित हृदयेश ने सरकार पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि घोटालेबाज और भर्ती माफियाओं को संरक्षण देने वाला और कोई नहीं है, बल्कि सरकार है. क्योंकि, बिना राजनीतिक संरक्षण के कोई भी माफिया उत्तराखंड पर हावी नहीं हो सकता है. सरकार ने लाखों युवाओं के भविष्य को अंधेरे में डाल दिया है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को सबका साथ सबका विकास, युवा प्रदेश युवा नेतृत्व वाला नारा अब अब छोड़ देना चाहिए.
क्या था मामलाः गौर हो कि बीती 8 जनवरी को उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की ओर से पटवारी लेखपाल की भर्ती परीक्षा आयोजित की गई थी, लेकिन यह पेपर भी धांधली की भेंट चढ़ गया. इस बार प्रश्न बैंक लीक हुआ था. जिसे लीक करने में आयोग के ही अनुभाग अधिकारी संजीव चतुर्वेदी का हाथ था. लिहाजा, उन्हें तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया. साथ ही मामले में एसटीएफ ने संजीव प्रकाश चतुर्वेदी, उनकी पत्नी समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया. जबकि, यूकेपीएससी ने उत्तराखंड में पटवारी परीक्षा निरस्त कर दी. यह परीक्षा अब 12 फरवरी को फिर से आयोजित की जाएगी.
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