देहरादूनः 2022 के विधानसभा चुनाव में पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने के लिए भाजपा के 2 लाख कार्यकर्ता अब वोटरों के घर-घर दस्तक देंगे. इसके लिए भाजपा ने 'घर-घर भाजपा हर घर भाजपा' अभियान की शुरुआत की है. अभियान के तहत भाजपा कार्यकर्ता वोटरों से मुलाकात कर भाजपा का पटका और झंडा देंगे, साथ ही घरों पर पार्टी का स्टीकर भी चिपकाएंगे.
2022 के विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने वोट बैंक बढ़ाना शुरू कर दिया है. भाजपा के 2 लाख कार्यकर्ता 'घर-घर भाजपा हर घर भाजपा' अभियान के जरिए लोगों को भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में वोट करने के लिए अपील करेंगे. भाजपा इस अभियान के तहत प्रदेश के सभी 11,235 बूथों तक अपना संदेश पहुंचाएगी. साथ ही भाजपा के कार्यकर्ता हर घर तक अपने पत्रक कार्यक्रम तथा विचार पहुंचाने की कोशिश करेंगे. वहीं, दूसरी तरफ भाजपा के अभियान पर कांग्रेस और आप ने निशना साधा है.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने भाजपा के अभियान पर ही सवाल खड़ा किया है. उन्होंने कहा कि 'घर-घर भाजपा' अभियान क्या होता है. उन्होंने भाजपा शासन काल के साढ़े 4 साल का जिक्र करते हुए कहा कि बेहतर होता कि भाजपा इन साढ़े चार सालों में घर-घर रोजगार पहुंचाती. अपने शासनकाल में भाजपा घर-घर जाकर महंगाई से त्रस्त जनता की गरीबी को दूर करती. कोविड काल में घर वापस आए प्रवासियों का ख्याल रखती. लेकिन इन सबके अलावा भाजपा जबरदस्ती का घर-घर भाजपा अभियान चला रही है. गोदियाल ने कहा कि आचार संहिता का इंतजार है. प्रदेशवासी भाजपा को सबक सिखाने का इंतजार कर रहे हैं.
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वहीं, 2022 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी आम आदमी पार्टी ने भी भाजपा के इस अभियान पर निशाना साधा है. आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता नवीन पिरशाली ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को आभास हो चुका है कि इस बार मोदी के चेहरे पर वोट नहीं पड़ने वाला है. इसलिए उन्होंने अपना नारा बदल दिया है.
पिरशाली ने कहा कि स्थिर सरकार का वादा करने वाली भाजपा ने प्रदेश में तीन सरकारें बदल डाली. लेकिन भाजपा यह भूल गई कि अब जनता उनसे किनारा करना चाहती है. इसलिए चप्पे-चप्पे पर भाजपा नहीं, बल्कि उत्तराखंड की जनता चप्पे-चप्पे से झाड़ू लगाकर भाजपा का सफाया करने वाली है. पिरशाली ने कांग्रेस और भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि इस बार दोनों दलों की प्रदेश में वही हालत होने जा रही है, जिस प्रकार दिल्ली में दोनों पार्टियों की दशा हुई है.