ऋषिकेश: त्रिवेणी घाट पर गंगा आरती में विदेशी मेहमानों के शामिल होने के लिए जगह-जगह सड़कों के डामरीकरण में अब गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो रहे हैं. महज चार दिन में घाट रोड की सड़क पर सुबह लोगों को डामर उखड़ा नजर आया है. जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई है. वहीं, विभागीय अधिकारियों ने दावा किया कि सड़क कहीं से भी उखड़ी नहीं है, यह सिर्फ उसे स्मूथ करने के लिए डाला गया है.
दरअसल, पीडब्ल्यूडी ने शहर में जी-20 समूह के प्रतिनिधियों के आगमन पर देहरादून रोड, रेलवे रोड और त्रिवेणी घाट रोड का नवीनीकरण किया था. सड़कों पर डामर परत बिछाने में करोड़ों रुपये राज्य सरकार ने खर्च किए, लेकिन हैरानी की बात यह है कि आयोजन के चार दिन बाद ही त्रिवेणी घाट रोड पर लोगों को उखड़ा हुआ डामर नजर आया. कई दोपहिया वाहन सवार भी गिरते हुए नजर आए.
पार्षद दल के नेता मनीष शर्मा ने कहा कि आनन-फानन में गुणवत्ता को दरकिनार कर जी 20 सम्मेलन की बैठक में विभागीय अधिकारियों ने यह काम किया है. यह सिर्फ पैसे की बर्बादी की गई है. उन्होंने कहा कि सरकार को इस पर संज्ञान लेकर संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई करनी चाहिए, जो काम ठीक नहीं किया गया, उसको दोबारा से करवाना चाहिए. कांग्रेस इस मुद्दे को लगातार उठा रही है.
ये भी पढ़ें: G20 Summit Uttarakhand: देवभूमि पहुंचा 46 प्रतिनिधियों का दल, टोपी-टीके से हुआ स्वागत
पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता धीरेंद्र कुमार ने बताया कि सड़क को स्मूथ करने के लिए उस पर सिलकोट डाला गया है. सड़क कहीं से उखड़ी नहीं है. दोपहिया वाहन सवार रपट रहे हैं, इसलिए इससे झाड़ू लगाकर हटवाया जाएगा.
ये भी पढ़ें: G20 की तीसरी बैठक के लिए जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचे ब्राजील के मेहमान, हुआ भव्य स्वागत