देहरादून: रविवार को स्थानीय स्वयंसेवी संस्था श्रृंखला की ओर से स्वर कोकिला लता मंगेशकर की याद में नगर निगम टाउन हॉल में भव्य संगीत समारोह का आयोजन किया गया. संगीत समारोह में देहरादून के मेयर सुनील उनियाल गामा, राजपुर विधायक खजाना, कैंट विधायक सावित्री कपूर ने शिरकत की. इस दौरान गायकों ने स्वर्गीय लता मंगेशकर के गीतों को गुनगुना कर सभी चाहने वाले लोगों को मंत्र मुक्त कर दिया.
पुण्यतिथि माह में लता मंगेश्कर को श्रद्धांजलि: कार्यक्रम में गायक के तौर पर पहुंचे भाजपा के प्रदेश सह मीडिया प्रभारी संजीव वर्मा ने लता मंगेशकर को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि आज लता मंगेशकर की पहली पुण्यतिथि माह पर उनके चाहने वालों ने उनके गीत गाकर अंतर्मन से अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की है. उन्होंने कहा कि लता मंगेशकर ने ना सिर्फ देश में बल्कि समूचे विश्व में ख्याति प्राप्त की थीं. ऐसे में देहरादून के संगीत प्रेमियों की फरमाइश को देखते हुए उनकी प्रथम पुण्यतिथि मास पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया है.
लताजी के गाने गुनगुनाए गए: इस मौके पर गायक के तौर पर संजीव वर्मा ने 'जाने कैसे कब कहां इकरार हो गया' गीत गाया. वहीं स्वर कोकिला के नाम से जाने जाने वाली मनीषा आले ने 'सत्यम शिवम सुंदरम' गीत गाकर मंत्रमुग्ध कर दिया. सुनीता क्षेत्री ने 'चुपके चुपके चल री पुरवइया' गायकर समा बांध दिया. प्रीति रावत ने 'मैं हूं खुशरंग हिना' गीत गाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया. गायिका मनीषा आले ने बताया कि भारत रत्न लता मंगेशकर उनकी हमेशा से ही प्रेरणा स्रोत रही हैं. बचपन से उन्हीं के गानों को गुनगुनाती आ रही हैं. उन्होंने कहा कि सभी कलाकारों ने मिलकर लता मंगेशकर की पहली पुण्यतिथि के महीने पर संगीत समारोह का आयोजन करके उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की है.
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इसके अलावा कार्यक्रम में देहरादून के एलेक्जेंडर ऑर्केस्ट्रा के नाम से मशहूर रहे गायक एलेक्जेंडर ने भी मंच पर अपनी प्रस्तुति देते हुए दर्शकों को झूमने को मजबूर कर दिया.